धान गबन मामले में दोषियों को बचा रहा विभाग? अपराध दर्ज करने गृहमंत्री से होगी शिकायत….
रायपुर – छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिला स्थित उपार्जन केंद्र खिसोरा में लगभग 62 लाख रुपए के धान गबन होने का मामला सामने आया था जिसकी शिकायत कलेक्टर कार्यालय तक पहुंच चुकी है। बावजूद 20 दिन से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी जिम्मेदार विभाग के अधिकारी इस मामले में किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहे है। बल्कि मामले को दबाने कई तरह की साजिश की जा रही है, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण फर्जी रूप से किया गया धान का उठाव है जिसकी जांच होना जरूरी है।
इस मामले में यह भी नजर आ रहा है कि मामले में लिप्त आरोपियों को बचाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने भी अपना कलम दाव पर लगा दिया है। यही कारण है कि जिस उपार्जन केंद्र में धान ही नहीं था फिर भी कागजों में धान का उठाव करा दिया और मामले को दबा दिया गया।
अब इस मामले में अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी मोर्चा खोलते हुए शिकायत की जाएगी और उन्हें भी आरोपी बनाते हुए उनकी जांच कर कार्रवाई करने मांग की जाएगी। इसके अलावा सहकारिता उप पंजीयक उमेश गुप्ता, डीएमओ विपणन विभाग, जिला खाद्य अधिकारी, मिलर जिसके द्वारा धान उठाव किया गया है, सभी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की जाएगी।
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इस पूरे मामले में धान खरीदी केंद्र प्रभारी विनोद आदिले की भूमिका सबसे ज्यादा नजर आ रही है जिसे शाखा प्रबंधक मुकेश पाण्डेय, ऑपरेटर अरुणा, सुपरवाइजर सत्यप्रकाश कुर्रे का भरपूर सहयोग मिला है। इस पूरे मामले में सभी के खिलाफ जांच होनी चाहिए।
जानकारी मिली है कि पड़ोसी जिला सक्ती में छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा का आगमन मंगलवार को होने वाला है। इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेजों के आधार पर गृहमंत्री से शिकायत की जाएगी और सभी दोषियों के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।