कोरबा/कटघोरा।कटघोरा में शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद राजस्व विभाग की उदासीनता से जायसवाल समाज में आक्रोश है। रसूखदार प्रशांत अग्रवाल द्वारा समाज के लिए प्रस्तावित शासकीय भूमि पर कब्जा कर निर्माण कार्य जारी है। यह घटना प्रशासन की कार्यशैली और जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर रही है।लोरमी के गुरुद्वारा में मनाया गया गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, डिप्टी सीएम अरुण साव गुरुदारा में मत्था टेके
CM के आदेश के बावजूद कार्रवाई ठप
8 नवंबर को कटघोरा में आयोजित सहस्त्रबाहु जयंती के प्रांतीय सम्मेलन में जायसवाल समाज ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से शासकीय भूमि पर हो रहे कब्जे की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री ने तत्काल तहसीलदार को कार्रवाई का निर्देश दिया था। इसके बावजूद, न तो निर्माण रोका गया और न ही कब्जे को हटाने के कोई प्रयास हुए।छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय में साइबर क्राइम अनुसंधान विषय पर आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
रसूखदार का बेखौफ कब्जा जारी
रसूखदार प्रशांत अग्रवाल, जो राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं, अपनी निजी भूमि को छोड़कर सड़क से लगी शासकीय भूमि पर निर्माण करा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उनके प्रभाव के चलते राजस्व विभाग और स्थानीय प्रशासन ने आंखें मूंद ली हैं। स्थगन आदेश के बावजूद निर्माण कार्य जारी है। जायसवाल समाज के लोगों का कहना है कि यह भूमि समाज की गतिविधियों और शासन की योजनाओं के तहत प्रस्तावित है। समाज के कुछ पदाधिकारियों द्वारा मामले पर ध्यान न देने और रसूखदार से कथित सांठगांठ के आरोप भी लग रहे हैं। वहीं, जिला स्तर के पदाधिकारियों ने मामले से अनभिज्ञता जताई है।
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
कटघोरा के कलेक्टर अजीत बसंत जहां सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण रोकने के लिए सख्त निर्देश जारी कर रहे हैं, वहीं राजस्व विभाग के अधिकारी इस मामले में पूरी तरह मौन हैं। यह स्थिति प्रशासन की कार्यक्षमता पर सवाल खड़ा करती है।