जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक, खरीदी प्रभारी, सुपरवाइजर सहित अन्य लोगों के खिलाफ कलेक्टर से हुई शिकायत…..

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जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक, खरीदी प्रभारी, सुपरवाइजर सहित अन्य लोगों के खिलाफ कलेक्टर से हुई शिकायत…..

रायपुर – जांजगीर चांपा जिले में लगातार सुर्खिया बटोर रहे जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, शाखा बलौदा एक बार फिर से चर्चे में है। मामला धान उपार्जन केंद्र खिसोरा में लगभग 2000 क्विंटल धान नहीं होने का है। इस मामले की लिखित शिकायत जांजगीर – चांपा से करते हुए शाखा प्रबंधक मुकेश पाण्डेय, खरीदी प्रभारी विनोद आदिले, सुपरवाइजर सत्यप्रकाश कुर्रे शाखा बलौदा सहित अन्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने मांग किया है।

क्या है मामला….

शिकायतकर्ता ने पत्र में लिखा है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर, शाखा – बलौदा, जिला – जांजगीर चांपा (छत्तीसगढ़) अंतर्गत धान खरीदी केंद्र खिसोरा में खरीदी प्रभारी विनोद आदिले है। उक्त खरीदी प्रभारी द्वारा लगभग 2000 क्विंटल धान की अफरा – तफरी की गई है।

जानकारी अनुसार दिनांक 22/02/2024 की स्थिति में धान खरीदी केंद्र खिसोरा में प्राप्त रिपोर्ट अनुसार 2758.80 क्विंटल धान रखा होना था जबकि खरीदी केंद्र में लगभग 700 क्विंटल धान रखा हुआ था और लगभग 2000 से भी अधिक क्विंटल धान गायब था, जिसकी पुष्टि स्वयं खरीदी प्रभारी विनोद आदिले द्वारा की गई जिसका वीडियो कैमरे में कैद हो चुका है। वहीं उक्त दिनांक को मेरे द्वारा फड़ का वीडियो और फोटो भी खींचा गया है जिसमें भी स्पष्ट नजर आ रहा है।

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इस बात की खबर जैसे ही सोशल मीडिया और समाचार में चलने लगी तो मामले को दबाने के लिए जिला सहकारी बैंक बलोदा शाखा प्रभारी मुकेश पांडे एवं सुपरवाइजर सत्यप्रकाश कुर्रे की मदद ली गई और मामले को दबाने के लिए फर्जी धान उठाव कर दिया गया और दिनांक 28/ 02/ 2024 की रिपोर्ट में मात्र 458 क्विंटल धान उपार्जन केंद्र में शेष बचा दिखाया जा रहा है, जबकि खबर यह भी मिल रही है कि उक्त मामले में जांच करने उपपंजीयक जांजगीर चांपा उमेश गुप्ता द्वारा बलोदा शाखा प्रभारी मुकेश पांडे एवं सहकारिता निरीक्षक को जांच रिपोर्ट्स सौपने कहा गया था।

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शिकायतकर्ता ने पत्र के माध्यम से कलेक्टर सक्ती को लिखित शिकायत करते हुए निवेदन है कि उक्त मामले में निम्न बिंदुओं पर जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जावे –

1. दिनांक 22/02/2024 की रिपोर्ट में खरीदी केंद्र खिसोरा में जब 2758.80 क्विंटल धान उठाओ हेतु शेष बचा था तो पूरा धान फड़ में क्यों नहीं रखा गया था या फिर सिर्फ कागजों में धान की मात्रा को दिखाया जा रहा था और वास्तविक रूप में धान गायब था, जांच की जावे।

2. दिनांक 28/02/2024 की रिपोर्ट में फड़ में मात्र 458 क्विंटल धान शेष बचा हुआ है, तब दिनांक 22/02/2024 से 28/02/2024 तक किन-किन मिलरों को धान उठाव के लिए डीओ जारी किया गया था, एवं उठाव के दौरान खाली गाड़ी एवं लोड गाड़ी का जीपीएस फोटो वीडियो एवम् वाहन क्रमांक, चालक का नाम की भी जांच कराई जाए एवं धान का उठाव किस दिनांक को और कितने समय किया गया इसकी भी जांच कराई जावे।

3. इस पूरे मामले में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, शाखा बलोदा प्रभारी मुकेश पाण्डेय की 3 महीने में दोबारा वापस इस ब्रांच में वापसी होना भी इस षड्यंत्र की ओर इशारा करता है, क्योंकि पूर्व में भी मुकेश पांडे के कार्यकाल के दौरान विनोद आदिले सहित अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी केसीसी लोन निकालने की शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें भी जांच के नाम पर खानापूर्ति की गई थी और जो केसीसी ऋण निकाला गया था उसकी भरपाई कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा जमा कराई गई थी जबकि इस मामले में सभी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया जाना था।

अब देखना होगा कि इस मामले की शिकायत पर कलेक्टर किस तरह की कार्रवाई करता है। क्या मिलर भी जांच के रडार में आएंगे? क्या दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी या मामला न्यायालय पहुंचेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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