न्यूयार्क। विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा कि भारत की विकास दर को विश्व में सबसे चमकदार है. उन्होंने कहा कि इसका बहुत बड़ा हिस्सा घरेलू बाजार से प्रेरित है.
बंगा ने अगले सप्ताह विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की वार्षिक बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा. “इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत की विकास दर वैश्विक अर्थव्यवस्था के सबसे चमकदार हिस्सों में से एक है. मुझे लगता है कि इस तरह के माहौल में छह, सात प्रतिशत और उससे अधिक की दर से विकास करने में सक्षम होना बताता है कि उन्होंने वहां पहुंचने के लिए कई काम किए हैं.”
उन्होंने कहा. “इस विकास का बहुत बड़ा हिस्सा भारत के घरेलू बाजार से भी प्रेरित है, जो वास्तव में कुछ मायनों में एक स्वस्थ संकेत है. भारत को जिस चीज पर काम करने की जरूरत है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है, वह है जीवन की गुणवत्ता, जैसे हवा और पानी की गुणवत्ता और इसी तरह की चीजें.”
बंगा ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “हम इनसे संबंधित कई विषयों पर उनके साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं, और मुझे लगता है कि आने वाले महीनों में परियोजनाओं के संदर्भ में हम इनके और अधिक परिणाम देखेंगे.”
विश्व बैंक की परिचालन प्रबंध निदेशक अन्ना बेजर्डे ने कहा कि बैंक विकास को नौकरियों में बदलने और सतत विकास में सरकार का समर्थन कर रहा है. उन्होंने महिला कार्यबल की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया क्योंकि भारत में महिलाओं की भागीदारी के स्तर को बढ़ाने की बहुत अधिक संभावना है.
विश्व बैंक शहरी विकास के मामले में भी भारत के साथ काम कर रहा है, क्योंकि शहरों को और अधिक रहने योग्य बनाने की बहुत अधिक संभावना है, चाहे वह वायु गुणवत्ता, जल आपूर्ति या शहरी नियोजन की बात हो.