पटना RCP सिंह ने गुरुवार को अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। पार्टी का नाम ‘आसा’ रखा गया है। पार्टी के झंडे में 3 रंग होंगे। झंडे में सबसे ऊपर हरा, बीच में पीला, नीचे नीला रंग होगा। आरसीपी सिंह ने कहा कि ‘जब चुनाव आयोग हमें पार्टी सिंबल देगा तो बीच के पीले रंग वाले हिस्से में पार्टी का लोगो काले रंग से आएगा।’
उन्होंने कहा कि 140 लोग अभी ही हमारी पार्टी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। हमारा संगठन प्रखंड स्तर से लेकर जिला, राज्य स्तर तक होगा। हम मिस कॉल से लोगों को अपने संगठन से जोड़ेंगे।’
RCP सिंह ने कहा कि ‘क्या नीतीश कुमार सुबह 5 बजे कभी स्कूल गए हैं। अगर नहीं गए हैं तो फिर शिक्षकों को क्यों सुबह 5 बजे अटेंडेंस के लिए बुलाते हैं। हम इसमें बदलाव करेंगे। शराबबंदी का भी बिहार में बुरा हाल है। नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। शराब से लोगों की मौत हो रही है। शराब की होम डिलीवरी हो रही है। सरकार चुप है।
RCP सिंह ने सीएम नीतीश कुमार से मांग की है कि ‘शराबबंदी को लेकर एक कमेटी बनाई जाए। शराबबंदी से भारी नुकसान हो रहा है। शराबबंदी लागू तो हुई है, लेकिन सही तरीके से काम नहीं किया जा रहा है। जहां पर भी खामियां हैं मीटिंग कर कर इसे दूर किया जाना चाहिए।’
करीब डेढ़ साल में ही रामचंद्र प्रसाद सिंह (आरसीपी सिंह) का भाजपा से मोहभंग हो गया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने ये दिन इसलिए चुना है, क्योंकि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती इसी दिन है। पटेल गुजरात के लेवा पाटीदार जाति से आते हैं, जिसे बिहार में कुर्मी कहा जाता है।
आरसीपी के नई पार्टी बनाने की घोषणा से राजनीतिक गलियारों में नफा-नुकसान का आंकलन हो रहा है। कुछ जानकार आरसीपी के इस कदम से नीतीश कुमार के नुकसान की बातें कह रहे हैं। वहीं, कुछ इसे सिरे से खारिज कर रहे हैं। नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह दोनों की जाति कुर्मी है। दोनों का गृह क्षेत्र नालंदा है।