बेंगलुरु ,भारतीय वायु सेना को पहले LCA मार्क-1A फाइटर जेट (तेजस) विमान के लिए अभी और इंतजार करना होगा। इस विमान को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) बना रहा है। इंजन की सप्लाई अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक करेगी।
जनरल इलेक्ट्रिस ने पहले फरवरी-मार्च में डिलीवरी का वादा किया था। फिर अक्टूबर तक सप्लाई की बात की। मगर इसमें अभी और देरी है। वहीं HAL विमान और एयरफ्रेम पर काम कर रहा है। इंजन आते ही एयरक्रॉफ्ट की पहली खेप तैयार कर ली जाएगी।
सरकार ने 2021 में तेजस के एडवांस्ड वर्जन मार्क-1A के लिए HAL को ऑर्डर दिया था। मार्क-1A में बेहतर एडवांस्ड एवियोनिक्स और रडार हैं। ये वायुसेना को मिग-21, मिग-23 और मिग-27 के बेड़े को बदलने में मदद करेगा।
HAL के चेयरमैन डीके सुनील ने कहा, हमने 2021 में जनरल इलेक्ट्रिक को इंजन के ऑर्डर दिए थे। हम कंपनी से बात कर रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे जल्द से जल्द इंजन भेज देंगे। कंपनी को इंजन सप्लाई से जुड़ी कुछ समस्याएं आ रही हैं। एक बार जनरल इलेक्ट्रिक इंजन की आपूर्ति कर दे। हम भारतीय वायु सेना को विमान सप्लाई कर देंगे।
HAL को 2021 में भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस मार्क-1ए बनाने के लिए 46,898 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। कंपनी के पास 2024 से 2028 के बीच 83 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी करने का समय है।
भारतीय वायुसेना तेजस के LCA वैरिएंट से अपनी मौजूदा MiG सीरीज के विमानों को बदलने की तैयारी में है। LCA मार्क-1ए विमान MiG-21, MiG-23 और MiG-27 को रिप्लेस करेगा। LCA मार्क-1ए के 65% से ज्यादा उपकरण भारत में बने हैं।
LCA मार्क-1ए को एयरोस्पेस में भारत की आत्मनिर्भरता और मेक-इन-इंडिया की तरफ बड़ा कदम माना जा रहा है। स्वदेशी तेजस मार्क-1ए को पाकिस्तान बॉर्डर के पास राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है।