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जगदलपुर, 30 अक्टूबर 2025/ जिले में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों, महिला उद्यमियों, स्व-सहायता समूहों और पारंपरिक कारीगरों को डिजिटल माध्यम से बाजार से जोड़ने के उद्देश्य से उद्योग संचालनालय और सीएसआईडीसी रायपुर की पहल से कार्यालय मुख्य महाप्रबंधक क्षेत्रीय व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जगदलपुर द्वारा गुरूवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के प्रेरणा हॉल में ई-मार्केटप्लेस एवं डिजिटल मार्केटिंग द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए बाजार विकास विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव 2025 के तहत् भारत सरकार की रैम्प योजनांतर्गत किया गया।
कार्यशाला में क्षेत्रीय व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जगदलपुर के मुख्य महाप्रबंधक के मार्गदर्शन में श्री जितेन्द्र कावड़े प्रबंधक के द्वारा कार्यशाला के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय उत्पादों को डिजिटल मंचों से जोड़कर राष्ट्रीय और वैश्विक पहचान दिलाई जा सकती है। इस अवसर पर राज्य परियोजना कार्यान्वयन इकाई रैम्प योजना सीएसआईडीसी रायपुर के श्री मनीष अरोरा द्वारा राज्य में चल रही रैम्प योजना की गतिविधियों जैसे उद्यमिता जागरूकता, निर्यात प्रशिक्षण, डिजिटल विपणन और वित्तीय पहुँच पर विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से श्री अभिजीत रथ ने विक्रेता पंजीकरण, उत्पाद सूचीकरण, प्रचार-प्रसार और डिलीवरी व्यवस्था की जानकारी दी। उत्पाद को सूचीबद्ध करने की जानकारी प्रदान करते हुए, इंडिया मार्ट ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर विक्रेता पंजीकरण के साथ-साथ सोशल मीडिया और मोबाईल ऐप्स के माध्यम से कम लागत में उत्पादों की ब्रांडिंग व विक्री बढ़ाने के सरल उपाय बताए। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण तस्वीरें, आर्कषक विवरण और ग्राहकों से नियमित संवाद स्थानीय उत्पादों को वैश्विक ब्रांड बनाने में सहायक है।
कार्यक्रम में उद्योग विभाग के अधिकारी, आरसेटी के संचालक सहित कुल 80 प्रतिभागी उपस्थित रहे, जिनमें महिला उद्यमी, स्व-सहायता समूह के सदस्य, पारंपरिक कारीगर और स्थानीय उद्योगों के प्रतिनिधि शामिल थे। सभी सत्रों के बाद उद्यमियों के शंकाओं का समाधान किया गया

