महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से आरक्षक का क्या है संबंध?
रायपुर – छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में महादेव ऑनलाइन सट्टा एप चर्चे पर है। इस हाई प्रोफाईल मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पुलिस आरक्षक भीम सिंह यादव और उसके ड्राइवर असीम दास को गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया जहां से ईडी ने आवेदन देते हुए दोनों को 7 दिनों की रिमांड पर लिया है। ईडी दोनों ही लोगों से पूछताछ करने वाली है। इस मामले में हम पहलू वह आरक्षक है जिसे ईडी ने गिरफ्तार किया है।
आईए जानते हैं वह आरक्षक कौन है जिस पर ईडी शिकंजा कस रही है। आरक्षण भीम सिंह यादव जो कि भिलाई नगर के थाने में पदस्थ है और वह महादेव सट्टा एप के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर का दोस्त है। सूत्रों की माने तो महादेव सट्टा एप और आरक्षक दोनों ही इस मामले से जुड़े हुए हैं, क्योंकि दुबई में सटोरियों की हुए सक्सेस पार्टी में आरक्षक भीम यादव शामिल हुआ था।
आरक्षक भीम सिंह यादव पर दुबई में सटोरियों की हुई सक्सेस पार्टी में शामिल होने और सटोरियों का साथ देने का गंभीर आरोप है। इसके अलावा महादेव सट्टा एप के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर द्वारा भिलाई में ही इस एप को चला रहा था जिसके तार भी आरक्षक से जुड़ रहे हैं।
असीम दास उर्फ बप्पा के साथ दुर्ग पुलिस के सिपाही भीम सिंह यादव को ईडी ने करोड़ों के कैस के साथ पकड़ा है। वह अकेला ऑनलाइन सट्टा नहीं चलवाता था इसमें भीम यादव के भाई सिपाही सहदेव समेत दुर्ग पुलिस के कई पुलिसवालों के नाम भी जुड़े हुए थे।
तत्कालीन एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव नवंबर 2022 में दोनों भाइयों को ऑनलाइन सट्टा में शामिल होना पाया था। इसलिए एसपी ने भीम यादव को लाईन अटैच और सहदेव को सस्पेंड किया था। चार-चार आईपीएस अधिकारियों ने मामले की जांच की लेकिन इसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसमें दुर्ग पुलिस के सिपाहियों के नाम भी सामने आए थे।सबसे बड़ी बात यह भी है कि भीम सिंह यादव और उसका भाई सबसे अमीर पुलिस कर्मियों में है।
ईडी की टीम ने ड्राइवर असीम दास के पास से 5.39 करोड रुपए बरामद किए हैं। इतनी बड़ी रकम एक साथ मिलने के बाद आरक्षक और भी सुर्खियों में आने लगा है। अब ईडी की टीम ने आरक्षक भीम सिंह यादव और ड्राइवर असीम दास को 7 दिनों की रिमांड पर ले लिया है, पूछताछ में बड़े खुलासे होने की संभावना है।