Saturday, December 6, 2025

क्या है SIF? म्यूचुअल फंड से कितना अलग और क्यों हो रहा है चर्चा?

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नई दिल्ली। सेबी ने पिछले साल इस एसेट क्लास को अनुमति दी थी। एसआईएफ को उन लोगों के लिए बनाया गया है, जो हाई रिस्क उठा सकते हैं। ये मौजूदा म्यूचुअल फंड की स्कीम से काफी अलग है। स्पेशलाइज्ड इनवेस्टमेंट फंड (एसआईएफ) के तहत निवेशकों को एडवान्स इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करने का अवसर मिलता है।
एसआईएफ के तहत अलग तरह की इनवेस्टमेंट स्ट्रेटजी और एप्रोच अपनाई जाती है। एसआईएफ के तहत निवेशकों को अनुमानित 25 फीसदी तक रिटर्न मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। इसमें न्यूनतम निवेश राशि 10 लाख रुपये रखी गई है।

इसके साथ ही म्यूचुअल फंड की कई स्कीम में न्यूनतम निवेश राशि 100 रुपये है। वहीं पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (Portfolio Management Services) में कम से कम 50 लाख रुपये और अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स (Alternative Investment funds) में कम से कम 1 करोड़ रुपये निवेश करने होते हैं।

Specialised Investment Fund क्या है?

स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड एक एसेट क्लास है। ये म्यूचुअल फंड की मौजूदा स्कीम और पीएमएस के बीच में आता है। क्योंकि म्यूचुअल फंड में 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं, वहीं पीएमएस के तहत न्यूनतम 50 लाख रुपये तक निवेश किए जा सकते हैं।

जबकि स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड तहत न्यूनतम 10 लाख रुपये तक निवेश किए जा सकते हैं। इसके अलावा अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) के तहत न्यूनतम 1 करोड़ रुपये निवेश करने होते हैं।

शेयर बाजार को नियंत्रित करने वाली सेबी ने ये देखा कि पीएमएस और म्यूचुअल फंड की स्कीम के बीच कोई भी स्कीम उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण निवेशक ज्यादा अमाउंट वाली स्कीम में निवेश करते हैं और इससे पैसा डूबने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।

SIF में तीन तरह के मिलते हैं फंड

स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड के तहत तीन तरह के फंड ऑफर  किए जाते है। इनमें शॉर्ट फंड, एक्स टॉप 100 लॉन्ग शॉर्ट फंड और सेक्टर रोटेशन लॉन्ग शॉर्ट फंड का ऑप्शन मिलता है।

शॉर्ट फंड- इस फंड के तहत आपका पैसा 80 फीसदी तक इक्विटी (equity) और 25 फीसदी तक शॉर्ट पोजीशन कर सकते हैं।

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एक्स-टॉप 100 लॉन्ग शॉर्ट फंड के तहत आपका 65 फीसदी पैसा टॉप 100 से बाहर की गई कंपनियों पर लगाया जाता है। 25 फीसदी तक पैसे का शॉर्ट पोजीशन कर सकते हैं।

सेक्शन रोटेशन लॉन्ग-शॉर्ट फंड के तहत आपका पैसा 4 सेक्टर्स में कम से कम 80 फीसदी तक निवेश होता है। वहीं इसके तहत भी आपको 25 फीसदी तक शॉर्ट पोजिशन का ऑप्शन मिलता है।

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