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Wanted criminal, रायपुर, 8 नवंबर 2025: रायपुर पुलिस ने सूदखोरी, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के मामलों में फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी सिंह तोमर को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे मध्य प्रदेश के ग्वालियर से दबोचा। बताया जा रहा है कि तोमर पिछले 151 दिनों से पुलिस को चकमा दे रहा था।
रायपुर ला रही है पुलिस टीम
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वीरेंद्र सिंह तोमर को ग्वालियर से सड़क मार्ग के जरिए रायपुर लाया जा रहा है। वहीं उसका भाई रोहित तोमर अब भी फरार बताया जा रहा है। रायपुर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है।
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आदतन अपराधी, सूदखोरी से उगाही तक लंबा आपराधिक रिकॉर्ड
रायपुर निवासी वीरेंद्र सिंह उर्फ रूबी तोमर का अपराध जगत से गहरा नाता है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह अपने भाई रोहित तोमर और अन्य परिजनों के साथ मिलकर सूदखोरी का अवैध धंधा चलाता था।कर्जदारों से मूलधन से कई गुना ब्याज वसूलना और पैसे न देने पर मारपीट व धमकी देना इनका आम तरीका था।
2006 से दर्ज हैं केस, कई थानों में लंबित मुकदमे
वीरेंद्र तोमर पर पहला मामला साल 2006 में दर्ज किया गया था। इसके बाद से वह आदतन अपराधी (habitual offender) की सूची में शामिल है।अब तक उस पर 6 से अधिक थानों में केस दर्ज हैं, जिनमें शामिल हैं —
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मारपीट
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उगाही
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चाकूबाजी
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ब्लैकमेलिंग
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आर्म्स एक्ट के तहत मामले
तेलीबांधा केस से खुली गिरफ्तारी की राह
करीब 5 महीने पहले तेलीबांधा थाना क्षेत्र के प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला ने रोहित तोमर पर मारपीट का आरोप लगाकर FIR दर्ज कराई थी। FIR के बाद रोहित फरार हो गया और कुछ ही दिनों में उसका भाई वीरेंद्र भी लापता हो गया।जांच के दौरान पुलिस ने वीरेंद्र के घर की तलाशी ली तो वहां से अवैध हथियार बरामद हुआ था। इसी के बाद उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज हुआ।
पुलिस करेगी आधिकारिक खुलासा
रायपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वीरेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी से जुड़े तथ्यों का औपचारिक खुलासा करेंगे। पुलिस का दावा है कि इस गिरफ्तारी से रायपुर में सूदखोरी और उगाही के नेटवर्क पर बड़ा असर पड़ेगा।

