Villagers sitting on strike accused police personnel of assault
नारायणपुर जिले में अबूझमाड़ मुख्यालय ओरछा के नदी पारा में 11 महीनों से धरने पर बैठे ग्रामीणों ने पुलिस जवानों पर मारपीट का आरोप लगाया है। यह धरना नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के ग्रामीणों द्वारा अस्थायी रूप से अपनी तीन सूत्रीय मांगों के समर्थन में बैठाए गए हैं, जिसमें नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के अंदरूनी इलाके सोनपुर, कच्चापाल, तोयामेटा, मधवनार, और ओरछा शामिल हैं।
ओरछा में बैठे ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने वहां बीते 11 महीनों से 104 गाँवों के द्वारा सरकार के खिलाफ ३ सूत्रीय मांगों के समर्थन में वे शांतिपूर्ण तरीके से परंपरागत हथियारों के साथ बैठे हैं, इसके दौरान शुक्रवार की सुबह ओरछा थाने से डी.आर.जी. के जवान 150 से अधिक की संख्या में उनके पास पहुचे और ग्रामीणों से मारपीट की, जिसका आरोप है कि उनके कुछ साथियों को पुलिस थाने में ले जा कर मारपीट की गई है।
पुलिस ने पुरे मामले पर जवानों के साथ हल्की झुमा झटकी की बताई है और पुलिस विवेचना के बारे में जानकारी दी है। पुलिस ने कहा है कि गुरूवार को साप्ताहिक बाजार के दिन डीआरजी के जवान पर अज्ञात व्यक्ति ने तीर से हमला किया था, जिसके बाद ग्रामीणों ने धरना स्थल पर विवेचना की गई थी। इस दौरान पूछताछ में ग्रामीण जवानों पर हावी होने लगे, जिसके बाद जवानों के साथ हलकी झुमा झटकी हो गई है।
पुलिस ने कहा है कि पूरे जिले में धारा 144 लागू की गई है, और इस स्थिति में नियमतः ग्रामीणों का धरना बैठना गलत है। पुलिस ने पुरे मामले पर अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ ओरछा थाने में प्राथमिक मामला दर्ज किया है।