Saturday, August 2, 2025

मानव तस्करी मामले में गिरफ्तार दो ननों और एक अन्य को जमानत, कांग्रेस बोली- ‘सच्चाई की जीत’

Must Read
Getting your Trinity Audio player ready...

रायपुर। दुर्ग रेलवे स्टेशन से मानव तस्करी और धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार की गई दो ननों और एक युवक को बिलासपुर स्थित राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की विशेष अदालत ने शनिवार को शर्तों के साथ जमानत दे दी। मूल रूप से केरल निवासी नन प्रीति मैरी और वंदना फ्रांसिस को सुखमन मंडावी नामक युवक के साथ 25 जुलाई को जीआरपी ने बजरंग दल की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया था। इस मामले में कांग्रेस ने अदालत के फैसले को “सच्चाई की जीत” बताया है।

एनआईए की बड़ी कार्रवाई: बस्तर का प्रियांशु कश्यप हरियाणा से गिरफ्तार

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बयान जारी कर कहा, “NIA कोर्ट ने जिस तरह से आज ननों और एक आदिवासी युवक अर्जुन को जमानत दी, यह साफ संकेत है कि जो कार्रवाई की गई थी, वह दुर्भावनापूर्ण थी। न्यायालय ने इस अन्याय को पहचाना और सच्चाई के पक्ष में फैसला सुनाया है।”

दीपक बैज ने भारतीय जनता पार्टी की राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, “भाजपा हमेशा धर्मांतरण का मुद्दा उठाकर ध्रुवीकरण की राजनीति करती है। अपनी नाकामियों और कमजोरियों को छुपाने के लिए वह धार्मिक भावनाओं को हथियार बनाती है। इस पूरे मामले में हमने शुरू से निष्पक्ष जांच की मांग की थी। खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी माना था कि कार्रवाई में खामियां हैं। फिर भी राज्य सरकार ने बदले की भावना से गिरफ्तारी की।”

“बच्चियों ने खुलकर बयान दिया, फिर भी डराने की कोशिश”

बैज ने कहा कि जिन आदिवासी बच्चियों को लेकर यह पूरा विवाद खड़ा हुआ, उन्होंने खुद स्वीकार किया कि वे अपनी मर्जी और परिजनों की सहमति से यात्रा कर रही थीं। “सरकार ने उन्हें डराने, धमकाने और प्रताड़ित करने की पूरी कोशिश की। लेकिन वे डरी नहींं, उन्होंने खुलकर कहा कि वे जबरन नहीं ले जाई जा रहीं। फिर सरकार ने किस आधार पर धर्मांतरण और मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगाए?”

“भाजपा बेनकाब हो गई है”

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा इस पूरे मामले को चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल करना चाहती थी। “प्रदेश की जनता अब सब समझ चुकी है। यह सरकार अब जवाब देने की स्थिति में नहीं है। कोर्ट के फैसले से स्पष्ट हो गया है कि इस तरह की कार्रवाइयाँ सिर्फ वोट बैंक और समाज को बांटने की राजनीति का हिस्सा हैं।”

जानिए पूरा मामला

बता दें कि 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मानव तस्करी और धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए दो ननों और एक युवक को रोका था। आरोप था कि तीनों, नारायणपुर जिले की तीन लड़कियों को बहला-फुसलाकर आगरा ले जा रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन पर नारेबाजी करते हुए सभी को GRP के हवाले कर दिया था। GRP थाना भिलाई-3 के अंतर्गत दुर्ग जीआरपी चौकी में मामले की जांच के बाद धर्मांतरण की धारा 4 के तहत मामला दर्ज कर तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया था।

दूसरे राज्यों के सांसदों का डेलीगेशन दो बार आया रायपुर

इस मामले को लेकर केरल सांसदों ने दो बार छत्तीसगढ़ का दौरा किया था। 29 जुलाई को INDI गठबंधन और भाजपा का डेलीगेशन रायपुर पहुंचा था, जिन्होंने दुर्ग जेल में बंद ननों से मुलाकात की थी। UDF के एंटो एंटनी, हिबी ईडन समेत 4 सांसद शुक्रवार को रायपुर पहुंचे थे। उन्होंने दुर्ग में ननों से मुलाकात के बाद राजधानी रायपुर में पुतला फूंका था और प्रदर्शन कर विरोध जताया था। इस विरोध प्रदर्शन में केरल सांसदों के साथ कांग्रेस सह-प्रभारी जरीता लैटफलांग समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता मौजूद रहे।

केरल के भाजपा महामंत्री ने की थी गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात

गौरतलब है कि इस मामले के तूल पकड़ने के बाद केरल BJP के महासचिव अनूप एंटनी जोसेफ ने CM विष्णुदेव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की थी। वहीं केरल और ओडिशा के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंत्रालय में सीएम साय से भेंट की थी। सीएम साय ने कहा था कि यह महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा एक गंभीर मामला है। इस मामले में जांच जारी है। प्रकरण न्यायालयीन है और कानून अपने हिसाब से काम करेगा।

Latest News

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि बढ़ी, अब 14 अगस्त तक करा सकेंगे पंजीयन

कोरबा, 2 अगस्त 2025। किसानों के लिए राहत भरी खबर है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराने...

More Articles Like This