गाजियाबाद ,2019 में हुई यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में गाजियाबाद के एक स्कूल में दो मुन्नाभाई पकड़े गए। तीन साल की जांच के बाद पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जांच में अभ्यर्थियों के फिंगरप्रिंट मैच नहीं हुए थे। मुकदमा लखनऊ के हुसैनगंज में दर्ज कर गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया है। जानिए क्या है पूरा मामला…
- गाजियाबाद के सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज
- सिपाही पदों पर 27 जनवरी 2019 को हुई थी परीक्षा
वर्ष 2019 में हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में राजनगर एक्सटेंशन के एक स्कूल में बनाए गए सेंटर में दो मुन्नाभाई परीक्षा दे गए। तीन साल चली जांच के बाद पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने अभ्यर्थियों पर सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
यूपी पुलिस में सिपाही पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा 27 जनवरी 2019 को हुई थी। राजनगर एक्सटेंशन में बाल जगत सीनियर सेकेंडरी स्कूल को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था।
इस केंद्र पर हरियाणा के सोनीपत जिले स्थित गोहाना निवासी नीरज पुत्र जयभगवान और गोहाना के गांव रभ्र निवासी जगदीप पुत्र अंतराम ने भी परीक्षा दी। परीक्षा के बाद 17 जनवरी 2020 को लखनऊ पुलिस लाइन में शारीरिक परीक्षण और कागजों की जांच के लिए अभ्यर्थी बुलाए गए।
दोनों अभ्यर्थी के बायोमेट्रिक मिसमैच पाए जाने पर मामला जांच के लिए भर्ती बोर्ड भेज दिया गया। बोर्ड ने दोनों अभ्यर्थी जांच के लिए बुलाए, लेकिन जगदीप कई बार बुलाने के बाद भी नहीं आया। नीरज अप्रैल 2023 में बोर्ड के समक्ष पेश हुआ। उसके बायोमेट्रिक और फिंगरप्रिंट के नमूने लिए गए।
फॉरेंसिक लैब की जांच में आया की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी और बोर्ड की जांच में नमूना देने वाले अभ्यर्थी के फिंगरप्रिंट अलग-अलग है।
इस मामले में पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के डिप्टी एसपी अंबरीश सिंह भदोरिया की शिकायत पर सिहानी गेट थाने में केस दर्ज किया गया है। एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा का कहना है कि मुकदमा लखनऊ के हुसैनगंज में दर्ज कर गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया है। जांच के बाद शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।