जांजगीर। प्रदेश भर में DMF की राशि का किस तरह दुरूपयोग करते हुए पैसों की बर्बादी की गई है उसका धीरे-धीरे खुलासा होने लगा है। प्रशिक्षण के लिए DMF की रकम को स्वीकृत करना और फर्जी तरीके से प्रशिक्षण और अन्य कार्य करके रुपयों का गबन किया गया। जांजगीर जिले में ऐसे ही मामले में FIR दर्ज करने के बाद पुलिस ने दो NGO के 4 संचालकों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपी कोरबा जिले के हैं और इनमे से एक भाजपा का पार्षद भी है।
जांजगीर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कार्यालय जिला परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज जांजगीर द्वारा NGO निर्मल फाउण्डेशन, कोरबा को जांजगीर जिले के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष खनन प्रभावित ग्राम पंचायतों के स्व सहायता समूहों / गोठानों/जनपद पंचायत संसाधन केन्द्रो में महिला सशक्तीकरण में महिला जनप्रतिनिधि, महिला स्व सहायता समूह के सदस्य, आंगनबाडी कार्यकर्ता व किशोरी बालिकाओं का ग्राम सभा पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए शासन द्वारा राशि 1.00 करोड़ रूपये शासन द्वारा स्वीकृत किया गया था, जिसमें संबधित फर्म को राशि रु. 80,00,000/- अस्सी लाख रूपये स्वीकृत करने पर राशि रु 70,40,000/- सत्तर लाख चालीस हजार जारी किया गया था।