Wednesday, September 3, 2025

श्रीवास परिवार के तीन सदस्यों की हत्या, कपड़ो के आधार पर हुई पहचान

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बलरामपुर : जिला मुख्यालय बलरामपुर से लगे ग्राम दहेजवार में तीन मानव कंकाल मिला है। ये तीनों मानव कंकाल कुसमी से लापता महिला व उसके दो बच्चों का होने का दावा स्वजन ने किया है। महिला के पति ने कपड़ों के आधार पर पहचान कर ली है लेकिन पुलिस ने अधिकृत रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है। डीएनए जांच के बाद ही मृतकों को लेकर स्पष्ट जानकारी दे पाने की जानकारी पुलिस दे रही है। जबकि घटनास्थल पर मिली सामग्रियां लापता लोगों की ओर ही इशारा भी कर रही है। पुलिस ने मानव कंकाल को जब्त कर लिया है। पूरे मामले में झारखंड के बरगढ़ निवासी एक व्यक्ति का नाम संदेही के रूप में सामने आया है। पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू कर दी है।

बलरामपुर से लगे ग्राम दहेजवार में एक फ्लाई एश ब्रिक्स प्लांट वर्षों से बंद पड़ा है। उसी प्लांट परिसर से लगा हुआ रामनाथ नामक ग्रामीण का खेत है। रामनाथ के खेत में धान की फसल पक चुकी है। कटाई से पहले शुक्रवार सुबह वह खेत में गया था। उसी दौरान उसे तीनों मानव कंकाल नजर आया। सूचना मिलते ही बलरामपुर पुलिस की टीम ने समूचे क्षेत्र को सील कर दिया। अंबिकापुर से विधि विज्ञान विशेषज्ञ कुलदीप कुजूर के पहुंचने के बाद खेत की जांच की गई। एक ही स्थान पर तीन मानव कंकाल मिला।तीन खोपड़ी भी उसी स्थान पर थी। कुछ हड्डियां इधर-उधर बिखरी पड़ी हुई थी। 70 से 80 फीट के दायरे में पुलिस ने फारेंसिक टीम की उपस्थिति में मानव कंकाल और हड्डियों को एकत्रित किया। इसे जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है। मानव कंकाल का पोस्टमार्टम भी कराया गया है।

इस संबंध में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज का कहना है कि नर कंकाल की पहचान डीएनए जांच से ही स्पष्ट होती है। डीएनए जांच के लिए सैंपल ले लिए गए हैं। घरवालों ने प्रारंभिक पहचान की है लेकिन इसकी पुष्टि डीएनए जांच से होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट होगा। मामला हत्या का है या नहीं इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगी। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द दोनों रिपोर्ट प्राप्त हो और सारी स्थिति स्पष्ट हो सके।

घटनास्थल पर मिले कपड़ों से स्वजन ने की पहचान

घटनास्थल पर पुलिस को साड़ी, पेटीकोट , लेगीज और एक छोटा हाफ पैंट मिला था। इसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। मानव कंकाल मिलने के बाद लापता लोगों की पड़ताल में पता चला कि कुसमी की महिला बेटी और बेटे के साथ 27 सितंबर से लापता है। इन तीनों की आयु के हिसाब से घटनास्थल पर मिले मानव कंकाल मेल खा रहे थे। इसी आधार पर महिला के पति व स्वजन को बुलाया गया था। महिला के स्वजन ने कपड़ों के आधार पर उनकी पहचान भी कर ली है लेकिन पुलिस ने अधिकृत रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है।

 

कुसमी बाजार पारा निवासी सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर (35) अपनी पुत्री मुक्तावती (17) और पांच वर्षीय बेटे मिंटू ठाकुर के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई है। कुसमी पुलिस ने इस मामले में गुम इंसान क़ायम किया है। महिला के लापता होने के बाद ही स्वजन ने कुसमी थाने में लिखित शिकायत कर झारखंड के गढ़वा जिले के बरगढ़ निवासी एक व्यक्ति द्वारा झांसा देकर तीनों को ले जाने का आरोप लगाया था। शव मिलने के बाद पुलिस इस मामले में झारखंड और बलरामपुर में कुछ जगहों पर दबिश दे चुकी है। खबर है कि संदेही पकड़ में आ चुका है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। शव नहीं मिलने से पहले तक पुलिस द्वारा प्रकरण को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लग रहा है।

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