जुलाई से सितंबर की अगली तिमाही में कॉरपोरेट इंडिया में बड़े पैमाने पर हायरिंग देखने को मिल सकती है। मैनपॉवरग्रुप एम्प्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे के अनुसार, भारत का नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक 42% है, जिससे यह दुनिया में संयुक्त अरब अमीरात के बाद दूसरे स्थान पर आता है। नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक उन नियोक्ताओं का प्रतिशत होता है जो भर्ती करना चाहते हैं, और जो कर्मचारियों की संख्या घटाना चाहते हैं, उनके बीच का अंतर।
हायरिंग का बढ़ता रुझान
सर्वे के अनुसार, 54% नियोक्ताओं ने कहा कि वे नई भर्तियां करेंगे, जबकि 32% ने कहा कि वे न तो भर्ती करेंगे और न ही छंटनी। वहीं, 12% ने छंटनी की योजना जताई। यह सर्वे अप्रैल 2025 में 3,146 नियोक्ताओं के साथ किया गया था।
भारत दूसरे नंबर पर
वैश्विक दृष्टि से देखें तो सबसे अधिक नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक यूएई (48%) का है, इसके बाद भारत (42%) और कोस्टा रिका (41%) हैं। शीर्ष 5 में ब्राजील (33%) और नीदरलैंड्स (30%) भी शामिल हैं।
डिजिटल स्किल वालों की डिमांड
मैनपॉवरग्रुप इंडिया और मिडल ईस्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप गुलाटी के मुताबिक, कंपनियां तेजी से डिजिटल स्किल्स वाले कैंडिडेट्स की ओर रुख कर रही हैं। 82% नियोक्ताओं ने ऑटोमेशन में निवेश बढ़ाने की बात कही है, जबकि 67% अपनी वर्कफोर्स स्ट्रैटजी को स्किल डिमांड के अनुसार बदल रहे हैं।
किस सेक्टर में होगी सबसे ज्यादा भर्ती?
- ऊर्जा और यूटिलिटी सेक्टर – 50% हायरिंग आउटलुक
- आईटी सेक्टर – 46%
- इंडस्ट्रियल और मटेरियल सेक्टर – 45%
- फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सेक्टर – 43%
- हेल्थकेयर और लाइफ साइंस सेक्टर – 30%
क्षेत्रवार हायरिंग आउटलुक
- उत्तर भारत – 46%
- पूर्वी भारत – 44%
- पश्चिम भारत – 41%
- दक्षिण भारत – 36%
कुल मिलाकर, तीसरी तिमाही में कॉरपोरेट इंडिया हायरिंग के लिहाज से काफी सक्रिय रहने वाला है, खासकर डिजिटल स्किल्स और तकनीकी दक्षता रखने वाले उम्मीदवारों के लिए।