विशाखापट्टनम के चिकित्सकों का दल बस्तर की खूबसूरत नजारों से हुआ अभीभूत…
जगदलपुर छत्तीसगढ़ बस्तर विशाखापट्टनम के चिकित्सकों का दल इन दिनों बस्तर भ्रमण पर हैं, चिकित्सकों के दल ने बस्तर के संबंध में अपने अनुभवों को साझा किया,, इन्होंने बताया कि बस्तर अद्भुत अनुपम नैसर्गिक सुंदरता का अद्वितीय स्थल है अपने बस्तर यात्रा के विषय में डॉ सुजाता ने जानकारी देते हुए कहा कि बस्तर के संबंध में जिस प्रकार धारणाएं हैं उसके बिल्कुल अलग यहां के लोगों का व्यवहार यहां की प्राकृतिक सुंदरता यहां के झरने वन पर्वत सब अद्वितीय है,,
वहीं तेजा प्रियदर्शनी ने कहा कि सबसे बड़ी बात यहां की जो सुंदरता है ,नैसर्गिक है यहां किसी ने इसे बनाया नहीं है ,प्रकृति ने रचा है .
डॉक्टरों का दल यहां की प्राकृतिक सुंदरता से बहुत प्रभावित हुए और लोगों से अपील की और कहा कि बस्तर एक बार जरूर देखने आना चाहिए, हम अभी तक यूट्यूब फेसबुक इंस्टाग्राम पर बस्तर की तस्वीरें देखते थे, लेकिन आज जब हमने प्रत्यक्ष रूप से बस्तर को देखा है करीब से निहारा है तो हम इसकी सुंदरता को बयां नहीं कर सकते,, चित्रकोट तीरथगढ़ कांगेरघाटी हमने देखा और भी बहुत कुछ देखना था समय की बाध्यता के वजह से वहां हम नहीं जा पाए लेकिन जितना भी यहां घूमे हैं यहां की सुंदरता अप्रीतम अद्वितीय है.
प्रत्येक भारतीय सहित जितने भी लोग हैं जो घुमना चाहते है उन्हे बस्तर जरूर आना चाहिए, साथ ही साथ यहां के राज्य सरकार और जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि इंडिया टूरिज्म की ओर से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए तो बड़ी संख्या में टूरिस्ट यहां पहुंचेंगे ,, इन्होंने कहा सब बस्तर आए और यहां की सुंदरता को यहां के लोगों के व्यवहार यहां की प्राकृतिक गैसर्गिक वातावरण और सुंदरता का आनंद लें , यहाँ की आदिवासी संस्कृति , आचार विहार, सभी अदभुत, बस्तर वाकई स्वर्ग है ,हमें महसूस हुआ हम दोबारा भी अवश्य आएंगे चिकित्सकों के दल ने और क्या-क्या कहा इसे इनसे ही जानते हैं.
आपको बता दें बरसात के मौसम में चित्रकोट तीरथगढ़ सहित जितने भी वॉटरफॉल है .देखने लायक होता है, इस दौरान पानी पूरे फ्लो से डेढ़ सौ ,200 फीट नीचे गिरती है तो इंद्रधनुष सतरंगी छटा बिखेरती अपनी खूबसूरती और बढ़ाती है.