भगवान महाकाल भूतेश्वर महाराज की शाही पालकी सवारी भव्य और दिव्य रूप से शहर के विभिन्न मार्गो से निकाली गई..
महाकाल भगवान भोलेनाथ भूतेश्वर महाराज की शाही सवारी भव्य और दिव्य रूप से शहर के विभिन्न मार्गों से निकली पूरा शहर भक्तिमय..
भगवान की शाही पालकी शोभा यात्रा मे शामिल होने आम सहित खास लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा…
बच्चे महिलाएं बुजुर्ग युवा सभी हर हर महादेव के जयकारे के जयघोष डमरु के थाप के साथ नाचते गाते निकल पडे….
आप को बता दें भगवान महाकाल भूतेश्वर महादेव प्राणदायनी इंद्रावती के तट पर लक्ष्मी नारायण मंदिर के परिसर पर स्थित प्राचीन मंदिर है.मंदिर के पुजारी ने बताया कि भूतेश्वर महादेव स्वयंभू भगवान है. प्रतिदिन महादेव की पूजा विधिविधान के साथ की जाती है खासकर श्रावण मास में भक्तों का तांता लगा रहता है.उज्जैन महाकाल के तर्ज पर प्रत्येक सोमवार भगवान के अलग-अलग रूपों में उनकी वेशभूषा के साथ विधि विधान के साथ पूजा की जाती है.
गौरतलब है कि इस मंदिर के आसपास का वातावरण मनोरम और दिव्य है मंदिर परिसर पर अक्सर सांपों को देखा जाता है. जो मंदिर के शिवलिंग सहित आसपास विद्यमान रहते हैं मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज तक इस मंदिर में सर्प दंश की कोई घटना नहीं हुई है.
जबकि हमारा पूरा परिवार का रहवास भी मंदिर परिसर पर ही है.नाग देव अपने आप द्वार खोलते ही चले जाते है.