छोटा पुरी में 122 सालों से लगातार मनाई जा रही स्वामी जगन्नाथ जी की भव्य रथ यात्रा…
कोरबा – जिले सहित समूचे छत्तीसगढ़ में छोटा पुरी के नाम से विख्यात प्रसिद्ध भगवान स्वामी जगन्नाथ जी की रथ यात्रा दादर खुर्द गांव में जिलेवासी पिछले 122 सालों से निरंतर अत्यंत ही हर्षोल्लास के साथ मनाते आ रहे है। हर वर्ष की तरह इस बार भी रथ यात्रा की तैयारी जोरों पर है, साज सज्जा और रथ की तैयारी अंतिम चरण पर है। गांव में मेले जैसा उत्साह नजर आ रहा है। यहां की विवाहित बेटियों को इस पर्व पर लाने का भी रिवाज देखने और सुनने को मिलता है। हर साल पूरी भव्यता के साथ यह पर्व मनाया जाता है।
भगवान श्री जगन्नाथ जी की भब्य और विशाल रथयात्रा की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। कोरबा जिला में छोटा पुरी के नाम से मशहूर दादरखुर्द में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी भगवान श्री जगन्नाथ जी के रथयात्रा 20 जून को भब्य रुप में निकाली जावेगी। इसकी तैयारी लगभग आयोजन समिति द्वारा पूरी कर ली गई है। आयोजन समिति द्वारा श्रद्धालुओं, भक्तगणों के लिए भगवान श्री राम जी रामायण पाठ का आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ के मशहूर लोकप्रिय रामायण कथा वाचक कामता प्रसाद शरण का कार्यक्रम रखा गया है !
दादरखुर्द की रथयात्रा शुरुवात से ही ऐतिहासिक है। कोरबा जमीदार रानी धनराज कुंवर के रियासत काल में यहाँ भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा का शुभारंभ गाँव के मालगुजार रहे थवाईत (बराई) परिवार के द्वारा समूचा गाँव वालों के सहयोग से 122 वर्ष पूर्व किया गया था जो आज भी निरंतर भब्य रुप में जारी है। हजारों की संख्या में क्षेत्रवासियों के साथ साथ कोरबा जिला के पड़ोसी जिले से भी श्रद्धालु रथयात्रा में सम्मिलित होते हैं।
गांव में बेटियों को लाने का है रिवाज..
रथ यात्रा पूरे गांव में अत्यंत ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। रथयात्रा पर्व के आने के पहले ही गांव के लोग अपनी बेटियां जिनका विवाह हो गया होता हैं ऐसे बेटियों को रथयात्रा के पर्व पर खुशियां मनाने लाया जाता है। इसके अलावा गांव में नई बहू के द्वारा दीप दान कर भगवान जगन्नाथ स्वामी जी की पूजा आराधना की जाती है।
घर घर पहुंचते हैं भगवान स्वामी जगन्नाथ जी…
भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा अपने आप में अद्भुत तो है ही साथ ही यह पहला अवसर होता है जिसमें स्वयं भगवान लोगों के दरवाजों पर पहुंचते हैं और उन्हें अपना दर्शन देते हैं। गांव में महिलाएं आरती की थाली सजा कर पुष्प अर्पित कर भगवान स्वामी जगन्नाथ जी, बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र की पूजा आराधना करते हैं और गांव में खुशहाली की मनोकामना मांगते हैं।
गांव में लगता है मेला…
रथयात्रा के इस पावन पर्व पर हर वर्ष मेला लगता है। इसके अलावा बाहर से बड़े बड़े झूले भी बच्चों के मनोरंजन के लिए लगते हैं जिसका बच्चे बड़ा ही लुफ्त उठाते हैं। इसके अलावा गांव में छोटे-छोटे मिठाइयों से सजी दुकानें भी लगती हैं जिसका भी लोग आनंद उठाते हैं।
सीसीटीवी कैमरा लेंस, सुरक्षा व्यवस्था रहेगी चाक-चौबंद…
लगातार हो रही घटनाओं को लेकर समिति के लोग पूरी तरह सुरक्षा को लेकर मुस्तैद हैं। पिछले वर्ष की भाति इस वर्ष भी स्वामी जगन्नाथ जी की मंदिर के आस पास चारों तरफ को सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर उसे चिन्हित किया जा सके। इसके अलावा किसी भी प्रकार के चोरी लूटपाट जैसे घटना को होने से रोकने के लिए पुलिस के जवान मुस्तैद रहेंगे।