इस जिले में फर्जी रकबा का चला खेल, शासन को हो रही करोड़ो रूपये की क्षति…
रायपुर – छत्तीसगढ़ में किसानों को मिलने वाले बोनस राशि में जमकर भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। कई खरीदी केंद्रों में वर्ष 2014/15 और 2015/16 में किसानों द्वारा जो पंजीयन कराया गया हैं वास्तव में उन किसानों की उतनी जमीन ही नहीं है। सूत्रों की माने तो एक बड़े सिंडिकेट के रूप में फर्जी रकबा पंजीयन कराकर शासन को चूना लगाने का काम किया गया है, जिसमें खरीदी केंद्र प्रभारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर की संलिप्तता नजर आ रही है।
सबसे ज्यादा मामला सक्ती एवम् जांजगीर जिले में है। इन दोनों जिलों में इस तरह रकबा बढ़कर फर्जी रकबा पंजीयन कर धान बिक्री करने के कई नाम सामने आ चुके हैं जिसकी पुष्टि के लिए जल्द ही विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर खुलासा किया जाएगा।