Director General of Police held a meeting at the district headquarters, instructed the police officers to speed up the anti-Naxal campaign
रायपुर। छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में हुए नक्सली हमले के एक सप्ताह बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने जिला मुख्यालय में बैठक कर पुलिस अधिकारियों को नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया। पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने आज दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय में बस्तर, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा बलों की बैठक में जुनेजा ने आने वाले समय में नक्सल विरोधी अभियान के संबंध में बेहतर रणनीति और परस्पर समन्वय स्थापित करते हुए विकास और सुरक्षा के संबंध में लगातार कार्य करने का निर्देश दिया।
अधिकारियों ने बताया कि समीक्षा बैठक के दौरान जिले में संचालित नक्सल विरोधी अभियान, विकास कार्यों की सुरक्षा और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक ने बैठक में स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा संयुक्त रूप से बनाए जा रहे नए शिविरों, सड़कों व निर्माणाधीन पुल-पुलियों की सुरक्षा, सामुदायिक पुलिसिंग तथा अन्य विकास कार्यों की समीक्षा की।
अधिकारियों ने बताया कि जुनेजा ने नक्सलियों द्वारा चलाये जा रहे ‘टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन’ (टीसीओसी) के दौरान विशेष सतर्कता बरतते हुए नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि बैठक में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अतिरिक्त महानिदेशक वितुल कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (नक्सल विरोधी अभियान) विवेकानंद, बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में पिछले सप्ताह सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे काफिले में शामिल एक वाहन को नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर उड़ा दिया था। इस हमले में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के दस जवान और एक वाहन चालक की जान चली गई थी।