Sensational case of killing of pigeons, the policemen were also surprised to hear the case
यूपी के शाहजहांपुर में एक घर की निकासी के विवाद में कबूतरों की बलि चढ़ गई। एक कबूतरबाज ने अपने पड़ोसी पर 35 कबूतरों को जहर देकर मार डालने का आरोप लगाया है। जहर के दाने खाने से मरे कबूतरों के मामले में पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर केस दर्ज करते हुए कबूतरों के शवों का पशु डॉक्टर से पोस्टमार्टम कराया है।
पूरा मामला थाना सदर बाजार क्षेत्र के मोहल्ला एमनजई जलालनगर का है, जहां घर की निकासी के विवाद में दो पड़ोसी बिल्ली और कबूतरों को लेकर आमने-सामने आ गए। पालतू बिल्ली को गायब करने के शक में उपजी रंजिश थाने तक पहुंच गई। मोहल्ले के कबूतरबाज वारिस अली ने पड़ोसियों पर 35 कबूतरों को जहरीले दाने खिलाकर मार देने का आरोप लगाया है. कबूतरबाज वारिस अली ने मकान की छत पर 78 कबूतर पाल रखे हैं। उनके पड़ोसी मर्रु की बेटी रुकसार बानो की छत वारिस के मकान से मिली हुई है। डेढ़ महीने पहले रुकसार बानो की पालतू बिल्ली घर से गायब हो गई, तो इन लोगों ने वारिस पर बिल्ली की हत्या करने का आरोप लगाया। वारिस के अनुसार, उसी समय पड़ोसियों ने सबक सिखाने की चेतावनी दी थी, लेकिन बाद में बिल्ली मिल गई थी. इसके बाद भी पड़ोसी उनसे रंजिश मानते हैं। धूप निकलने पर वारिस ने कबूतरों को छत पर खुला छोड़ दिया था।आरोप है कि तभी रुकसार, माना बानो, आबिद अपने हाथों में दाना लेकर आए और कबूतरों को डाल दिया। दाना खाने के बाद कबूतर मरने लगे. कुछ ही देर में 35 कबूतरों की मौत हो गई।
कबूतरों को जहर देकर मारने का मामला सामने आने के बाद पुलिस भी चकरा गई। तहरीर आने के बाद धारा को लेकर पुलिस उलझ गई। धाराओं की किताब मंगाई गई. जानकारों से भी फोन पर राय ली गई। इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 428 में रिपोर्ट दर्ज की गई। वहीं पुलिस ने कबूतरों का पोस्टमार्टम पशु डॉक्टर से कराया है।