स्वच्छता दीदीयॉ अपनी मांगों को लेकर लामबंद
स्वच्छता दीदीयॉ अपनी मांगों को लेकर लामबंद स्वच्छता.. इन स्वच्छता कर्मियों का कहना है की हम पिछले 2017 से कार्य पर हैं.हमारे वेतन में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई उल्टे रविवार के दिनों की वेतन में कटौती की जाती है.जो सरासर अन्याय है .मात्र ₹6000 में हम नौकरी कर रहे हैं कोरोना जैसी विभीषिका में भी उन्होंने अपने दायित्व का निर्वहन किया है
हमें कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाए साथ ही रविवार को अवकाश दिया जाए.
अपनी मांगों को लेकर आज मीडिया के सामने अपनी बात रखी .स्वच्छता दीदियों का कहना है कि पूर्व आयुक्त ने हमें सुबह मात्र 2 घंटे की ड्यूटी के तहत कार्य पर लिया था.. परंतु वर्तमान आयुक्त ने हमें दोपहर 1:00 बजे तक ड्यूटी करने के लिए बाध्य कर रहे . जो सरासर अन्याय हैं हम प्रातः 6:00 बजे से ड्यूटी पर रहते हैं और अपने दायित्व का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करते हैं ऐसे में इस प्रकार का फरमान हमारे लिए असहनीय है.
हम सभी स्वच्छता दीदीयां अपने घर परिवार से बिना खाए पिए लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं और हमारे ऊपर इस प्रकार अमानवीय व्यवहार कदाचित बर्दाश्त नहीं होगी
हमें अपना अधिकार चाहिए मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री तक इस बात का संज्ञान देकर.
समस्याओं का निदान करने का आग्रह किया है.
इस संबंध में आयुक्त नगर निगम दिनेश नाग ने बताया कि स्वच्छता निरीक्षक द्वारा इन स्वच्छता कर्मियों केअनुपस्थित और समय पर नहीं आने के कारण कार्रवाई की गई ..
जिसके कारण यें महिलाएं लामबंद होकर इस प्रकार का कार्य कर रही है..