बलौदाबाजार ,छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में शुक्रवार की रात कबीर पंथ के गुरु प्रकाश मुनि साहेब के आश्रम दामाखेड़ा में पटाखा फोड़ने को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान उपद्रवियों ने प्रकाश मुनि के बेटे उदित मुनि पर हमला कर दिया। इसके बाद आश्रम के अंदर बम फेंका और पत्थरबाजी की गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए गृहमंत्री विजय शर्मा और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा रात में ही आश्रम पहुंचे और हालातों का जायजा लिया। घटना सिमगा थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने इस मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है। सुरक्षा के नजरिए से दामाखेड़ा आश्रम पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
SDOP एश्वर्य चंद्राकर ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने हुजज्जबाजी की है। आश्रम के अंदर पटाखे फेंके गए हैं। फटाखे जलाने को लेकर ग्रामीणों और उदित मुनि के बीच विवाद हुआ था। कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। अभी स्थिति नियंत्रण में है।
पुलिस के अनुसार 1 नवंबर की रात पटाखे जलाने को लेकर हुई बहसबाजी के बाद लगभग 09:45 बजे कुछ ग्रामीण लाठी, डंडा और बम पटाखों के साथ आश्रम में जबरदस्ती प्रवेश कर गए। आरोप है कि उन्होंने वहां उदित मुनि को जान से मारने की धमकी देते हुए अश्लील गालियां दीं। बम पटाखा फेंक दिया। इसके साथ ही पत्थरबाजी भी की गई।
सिमगा थाना क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद पुलिस ने धारा 191(2), 193(3), 190, 331, 296, 351(3), 298 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। प्रकाश मुनि की शिकायत पर पुलिस ने दामाखेड़ा के सरपंच पति सहित अन्य लोगों पर FIR दर्ज किया है।
मामले पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि दामाखेड़ा कबीरपंथियों का आस्था का केंद्र है और वहां रात अज्ञात लोगों ने हमला किया। यह बहुत ही निंदनीय घटना है। अभी हम लोग दामाखेड़ा जा रहे हैं। वहां आश्रम के लोगों से चर्चा करेंगे।
दामाखेड़ा आश्रम के पास हुई घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बलौदाबाजार जिले में भी सुरक्षा को चाक चौबंद कर दिया गया है। पुलिस घटना के बाद से पूरा ऐहतियात बरत रही है।पुलिस ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। अधिकारियों का ऐसा मानना है कि घटना के पीछे स्थानीय विवाद और आपसी रंजिश वजह हो सकती है।
दामाखेड़ा आश्रम पर कबीरपंथी समाज की बड़ी आस्था है। समय-समय पर यहां संत कबीर के उपदेशों और शिक्षाओं को लेकर चर्चा और कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कबीरपंथ के गुरु परंपरा का ये प्रसिद्ध स्थल भी है। बड़ी संख्या में कबीर पंथ से जुड़े लोग यहां आते रहते हैं। कबीर जयंती और गुरु पूर्णिमा पर यहां विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल होने के लिए यहां पहुंचते हैं।
बता दें कि कुछ महीनों पहले ही बलौदाबाजार में बड़ा बवाल हुआ था। जैतखाम को क्षतिग्रस्त करने को लेकर हुए विवाद के बाद 10 जून को बलौदा बाजार कलेक्टर-एसपी के दफ्तर में आग लगा दी गई थी। इस घटना के दौरान कई कारें और बाइक जला दी गईं।