शनिवार की रात को हुए हत्याकांड का पुलिस ने किया पर्दाफाश, पत्नी ने भतीजे के साथ मिलकर किया पति का मर्डर
भिलाई के आरपी कालोनी स्टेशन मरोदा में शनिवार की रात को एक व्यक्ति की हत्या की घटना हुई। हत्याकांड की मुख्य आरोपित महिला ने अपने भतीजे के साथ मिलकर अपने पति को मौत के घाट उतारा था। महिला का कहना था कि उसका पति उसे खर्च के लिए रुपये नहीं देता था और चरित्र शंका के चलते आए दिन विवाद करता रहता था। इसी से परेशान होकर उसने अपने पति की हत्या की साजिश रची और अपने भतीजे के साथ मिलकर उसे मार डाला।
उमा बाई ने पहले बीमारी से मौत की झूठी कहानी गढ़ी और अपने बेटी व दामाद को इसकी जानकारी दी, लेकिन उसके दामाद को संदेह हुआ। मृत ससुर के गले पर निशान देखकर उसने पुलिस को जानकारी दे दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो ये मामला हत्या का ही निकला। चंद घंटों में पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया और दोनों आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए।
पूछताछ में आरोपित लोकेश्वर साहू ने पुलिस को बताया कि उसकी बुआ ने उसके फूफा की हत्या के एवज में उसे रुपये देने का लालच दिया था। उसने उसे शराब खरीदने के लिए रुपये दिए थे। जिससे वो शराब खरीदकर लाया था और अपने फूफा के साथ बैठकर शराब पी। फूफा को ज्यादा शराब पिलाई ताकि उसे नशा हो जाए और वो सो जाए। सोने के बाद दोनों ने उसका गला घोंटकर और तकिये से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उमा बाई साहू ने अपने भतीजे लोकेश्वर साहू उर्फ लक्की को एक हजार रुपये का बयाना दिया और आगे और रुपये देने के लिए कहा था। इसके बाद लोकेश्वर अपने गांव लौट गया था।
हत्या करने के बाद उमा बाई साहू ने देर रात को अपनी बेटी व दामाद रोहित कुमार साहू को जानकारी दी रात में उसके पति को सीने और कमर में तेज दर्द हुआ। जिसके चलते उसकी मौत हो गई है। मौत की खबर मिलते ही मृतक की बेटी व दामाद रात में ही घर पहुंचे। दामाद रोहित साहू ने शव को ध्यान से देखा तो गले पर निशान दिखे। जिसके बाद उसने रात में ही नेवई थाना जाकर इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा तो मृतक के गले पर चोट निशान थे। पास में टूटी हुई चूड़ियों के टुकड़े पड़े हुए थे। आरोपित उमा बाई साहू के गाल में भी खरोच के निशान थे।