पटवारी की लापरवाही या षड्यंत्र, 2 करोड़ का है घोटाला?
रायपुर – सक्ती जिले से बड़ी खबर आ रही है जहां एक पटवारी के द्वारा फर्जी गिरदावरी कर शासन को 2 करोड़ की क्षति पहुंचाई गई है। पूरा मामला फर्जी रकबा से जुड़ा हुआ है। पटवारी द्वारा इस मामले को लेकर जो बात कही जा रही है वह एक षड्यंत्र की ओर इशारा कर रही है। पटवारी का कहना है कि शासकीय पट्टे की भूमि जिसका पंजीयन हुआ था की गिरदावरी की गई है। इसके बाद किसानों ने उक्त रकबे में धान बिक्री किया है।
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वही शिकायत मिल रही है कि पटवारी द्वारा जानबूझकर गिरदावरी नहीं की गई थी। सूत्रों की माने तो गिरदावरी के लिए पटवारी को लाखों रुपए का चढ़ावा दिया गया है। ऐसा आरोप लगना लाजमी भी है क्योंकि लोगों का कहना यह भी है कि पटवारी पूर्व में भी उसी हल्के में पदस्थ रहा है और उनके द्वारा पूर्व में भी उक्त खसरा नंबर की गिरदावरी की गई थी। परंतु इस बार गिरदावरी को जानबूझकर रोका गया था, जिसके आड़ में काली कमाई भी की गई है।
हालांकि पटवारी द्वारा इस बात से साफ इनकार किया जा रहा है। लेकिन जो दस्तावेज प्राप्त हुए हैं और जो जानकारियां सामने आ रही है उससे तो स्पष्ट नजर आ रहा है कि पटवारी द्वारा एक षड्यंत्र के तहत गिरदावरी रोककर दोबारा आनन फानन में मात्र 5 दिनों में लगभग 500 एकड़ भूमि की गिरदावरी कर दी गई।
इस तरह किए गए गिरदावरी से शासन को लगभग दो करोड़ रुपए से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है। बात यह भी सामने आ रही है कि इस पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर सहित मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन से हो सकती है। जल्द ही इस मामले से जुड़े चीजों का खुलासा किया जाएगा।