फर्जी गिरदावरी मामले में पटवारी ने तहसील का दिया हवाला, क्या तहसीलदार का मिला संरक्षण?
रायपुर – सक्ती जिले में पटवारी द्वारा एक ही खसरा नंबर की जमीन पर दोहरा लाभ दिलाने का मामला और भी तुल पकड़ता नजर आ रहा है। पटवारी द्वारा जहां मामले को लेकर कहीं भी गड़बड़ी नहीं होने की बात कहते हुए एक सिरे से नकारने का कार्य किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ तहसील से होने का भी हवाला दे रहा है। इस पूरे मामले में पटवारी ने अब सक्ती तहसील को भी सवालों पर ले आया है।
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पूरा मामला सक्ती तहसील के हल्का ग्राम बरपाली का है। पटवारी द्वारा दी गई जानकारी के बाद सक्ती तहसीलदार मनमोहन सिंह को उनके नंबर पर संपर्क कर और मेसेज भेजकर जानकारी चाही गई परंतु किसी कारण से कॉल रिसीव नहीं होने के कारण जानकारी नहीं मिल सकी है।
पटवारी द्वारा तहसील कार्यालय को इस मामले से जोड़ने के बाद मामला और भी गहराता जा रहा है। वही तहसीलदार द्वारा समाचार प्रकाशन के बाद भी पटवारी राम कुमार आजाद के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं करना भी कई सारे सवालों को जन्म दे रहा है। इतना ही नहीं अब तहसीलदार की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगा है और तहसीलदार के संरक्षण मिलने की भी बात उठ रही है, हालाकि इस बात की कोई पुष्टि हमारे द्वारा नहीं की जा रही है, सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं। पटवारी के बातों पर कितनी सच्चाई है यह तो तहसीलदार ही बता सकते हैं।
हालांकि पटवारी राम कुमार आजाद को बर्खास्त करने एवं उनके विरुद्ध कार्रवाई करने सक्ती कलेक्टर से लिखित शिकायत की जा चुकी है, देखना होगा कि इस मामले में कलेक्टर द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है।