रायपुर ,मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री छत्तीसगढ़ पहुंचे हुए थे । कांकेर जिले में उन्होंने 11 परिवार के लोगों की घर वापसी करवाई । यहां घर वापसी से मतलब सनातन धर्म छोड़ चुके आदिवासियों को फिर से सनातन धर्म से जोड़ने से है। उन्होंने इसकी तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है।
तस्वीर में बीजेपी के सांसद भोजराज नाग और भाजपा नेता प्रबल प्रताप जूदेव भी दिखाई दे रहे हैं। पैर धोकर आदिवासियों के घर वापसी कराई गई। दावा किया गया कि इन सभी ने ईसाई धर्म अपना लिया था और अब फिर से सनातन से जुड़ गए हैं । कांकेर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से चर्चा में यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद से ज्यादा धर्मांतरण की समस्या बड़ी है ।
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट पर यह भी दावा किया कि देश में 200 से ज्यादा जिले ऐसे हैं जहां हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं । हिंदुओं को एक होने और जागने की जरूरत है कांकेर में आयोजित हुई सभा के दौरान उन्होंने लोगों से यह अपील भी की किसी के बहकावे में ना आए और सनातन धर्म का साथ ना छोड़े। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने धमतरी में अंगार मोदी मंदिर में दर्शन किए।
कांकेर के अलावा कवर्धा भी धीरेंद्र शास्त्री गए हुए थे। इसके बाद वापसी में वो रायपुर आए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सरकारी आवास में मुलाकात की। CM के परिवार से भी वो मिले सभी काे आर्शीवाद दिया और इसके बाद छत्तीसगढ़ से लौटे।
कवर्धा में पंडित शास्त्री ने मीडिया में में दिए बयान में महाकुंभ में मुस्लिमों की दुकानों के मुद्दे पर कहा कि जिन्हें सनातन संस्कृति का ज्ञान हो, हिंदू धर्म के बारे में पता हो, देवी देवताओं के बारे में पता हो, पूजन पद्धति के बारे में पता हो, पूजन की सामग्री का कितना सम्मान करना चाहिए इस बारे में पता हो उसी को यह कार्य दिया जाए तो ही उत्तम है। जिन्हें इस बारे में पता ही नहीं है वह अगर विक्रय करेंगे तो निश्चित रूप से नाश ही करेंगे, उल्टा ही करेंगे।
शास्त्री ने आगे कहा कि कहीं थूक कांड मिले, कहीं फलों के ऊपर गंदगी चिपकाते मिले, पेशाब कांड भी हुआ था। हो सकता है कुछ षडयंत्र करें हम यह नहीं कहते कि वहीं कोई भी हो सकता है इसलिए गैर हिंदुओं को प्रवेश वर्जित महाकुंभ में कर देना चाहिए।
मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम वहां पर त्रिवेणी है, संगम है, महाकुंभ है, संतों का दर्शन है, तुम्हें कथा से लेना देना नहीं, हिंदुत्व से लेना-देना नहीं, तुम्हें सनातन से लेना-देना नहीं, राम से लेना देना नहीं जब तुम्हें राम से कोई काम नहीं तो राम के काम से तुम्हारा क्या काम।
दरअसल 12 सालों बाद प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होने जा रह है। सनातन धर्म के इस महापर्व में लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे और हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। लेकिन अब गैर-हिंदुओं को इस दौरान दुकान न लगाने देने की बात ने हंगामा खड़ा कर दिया गया है।