|
Getting your Trinity Audio player ready...
|
रायपुर। विज्ञापन जगत के दिग्गज और रचनात्मक व्यक्तित्व पद्मश्री पीयूष पांडे का निधन हो गया है। उनके निधन की खबर से पूरे विज्ञापन और मीडिया उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है।
आईपीएस रतनलाल डांगी पर यौन उत्पीड़न के आरोप, जांच शुरू
मुख्यमंत्री साय ने पीयूष पांडे के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने अपने अद्वितीय रचनात्मक दृष्टिकोण और कहानी कहने की कला से भारतीय विज्ञापन जगत को एक नई पहचान दी। उनके द्वारा बनाई गई रचनाएं जैसे “कुछ खास है जिंदगी में,” “दो बूंद जिंदगी की,” “हर घर कुछ कहता है,” “चल मेरी लूना,” और “फिर एक बार मोदी सरकार” आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं।
CM साय ने अपने संदेश में कहा,
“पीयूष पांडे ने विज्ञापन की दुनिया में अनगिनत अविस्मरणीय और कालजयी रचनाएं दीं। उनके जाने से हम सभी को अपूरणीय क्षति हुई है। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएँ हैं।”
पीयूष पांडे की प्रतिभा ने भारतीय विज्ञापन जगत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई और उन्होंने नई पीढ़ी के विज्ञापनकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

