NASA tests nuclear engine rocket for the first time in 68 years
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने करीब तीन महीने पहले दावा किया था कि वो सिर्फ 45 दिन में लोगों को मंगल ग्रह पर पहुंचा देगा. अब उसने इस काम में एक कदम आगे बढ़ा लिया है। दरअसल, नासा ने न्यूक्लियर रॉकेट इंजन यानि परमाणु ऊर्जा से चलने वाले इंजन की सफल टेस्टिंग की है।
खास बात ये है कि ये परमाणु ऊर्जा इंजन से चलने वाला रॉकेट मात्र 45 से 50 दिनों में किसी भी यान या इंसान को मंगल ग्रह तक पहुंचा देगा। जबकि अभी कम से कम 10 से 11 महीने लगते हैं। दरअसल, मंगल तक जाने के लिए ऐसा ईंधन चाहिए जो लंबे समय तक चल सके। इसलिए परमाणु ईंधन से चलने वाले रॉकेट ऐसे मिशन में चमत्कार साबित होंगे।
न्यूक्लियर इलेक्ट्रिक प्रोग्राम के तहत आयन इंजन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड बनाएगा। जो इनर्ट गैस जैसे जेनॉन को क्रिएट करेगा। उससे रॉकेट को गति मिलेगी। थर्मल और इलेक्ट्रिक दोनों ही सिस्टम आधुनिक और सुरक्षित माने जा रहे हैं
यानी कम ईंधन में ज्यादा दूरी तय की जा सकती है। यह पारंपरिक रॉकेट के प्रोपल्शन सिस्टम की तुलना में 30 से 40 फीसदी ज्यादा फायदेमंद होगा।