नई दिल्ली.ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि यूनिफॉर्म या सेक्युलर सिविल कोड मुसलमानों को मंजूर नहीं है। वे शरिया कानून (मुस्लिम पर्सनल लॉ) से कभी समझौता नहीं करेंगे। मुस्लिम लॉ बोर्ड ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी का धार्मिक पर्सनल कानूनों को सांप्रदायिक कहना आपत्तिजनक है।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता डॉ. एसक्यूआर इलियास ने एक प्रेस बयान में कहा, “मोदी ने जानबूझकर यूनिफॉर्म सिविल कोड की जगह सेक्युलर सिविल कोड का इस्तेमाल किया। पीएम देश को गुमराह कर रहे हैं।
डॉ. एस.क्यू.आर इलियास ने कहा कि यूनिफॉर्म का मतलब है कि यह पूरे देश, सभी धार्मिक और गैर-धार्मिक लोगों पर लागू होगी। इसमें किसी वर्ग या जाति, यहां तक कि आदिवासियों को भी बाहर करने की कोई गुंजाइश नहीं होगी। हालांकि, मोदी सिर्फ शरिया कानून को निशाना बना रहे हैं।
इलियास ने कहा कि मोदी दूसरी कम्युनिटी को नाराज नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने धर्मों पर आधारित कानूनों को सांप्रदायिक बताकर न केवल पश्चिम देशों की नकल की है, बल्कि धर्म का पालन करने वाले भारत के बहुसंख्यक लोगों का भी अपमान किया है।