दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एलजी सक्सेना से 10 हजार डीटीसी बस मार्शलों को पक्का करने की मांग की। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए बसों में मार्शल सीसीटीवी और पैनिक बटन लगाए गए थे लेकिन 2023 में बीजेपी ने अपने अधिकारियों के जरिए इन बस मार्शलों को हटा दिया। अब फिर से महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार शुरू हो गया है।
- दिल्ली सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए काफी काम किए: सीएम आतिशी
- 2023 में BJP ने अपने लोगों के जरिए इन बस मार्शलों को हटा दिया: सीएम आतिशी
- BJP को AAP और बस मार्शलों के संघर्ष के आगे झुकना ही पड़ा: सीएम आतिशी
डीटीसी बस के मार्शलों को पक्का करने की मांग को लेकर सीएम आतिशी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने एलजी से अनुरोध किया कि वे 10 हजार बस मार्शलों को पक्का करें। सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए काफी काम किए हैं। महिलाओं के साथ बसों में अभद्र व्यवहार ना हो, इसके लिए 2015 में बसों में बस मार्शल लगाए गए, सीसीटीवी और पैनिक बटन लगाए गए, लेकिन 2023 में BJP ने अपने अधिकारियों के जरिए इन बस मार्शलों को हटा दिया।
उन्होंने कहा कि AAP विधायकों, कार्यकर्ताओं ने बस मार्शलों के लिए सड़क पर संघर्ष किया और आखिर में BJP को AAP और बस मार्शलों के संघर्ष के आगे झुकना ही पड़ा। दिल्ली की बसों में बस मार्शल ना होने की वजह से फिर से महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि इसलिए कैबिनेट मीटिंग में बस मार्शलों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। बस मार्शल की स्थायी नियुक्ति करनी हो या संविदा, ये सर्विसेज के अंतर्गत आता है। दूसरा ये सुरक्षा का मुद्दा है जो पब्लिक ऑर्डर के अंतर्गत आता है और दोनों ही LG के अधीन हैं। इसलिए कैबिनेट एक प्रस्ताव LG साहब को भेज रही है कि बस मार्शलों की परमानेंट नियुक्ति के लिए डिटेल योजना बनाई जाए और जब तक योजना नहीं बनती, तब तक LG साहब बस मार्शलों को नई योजना बनने तक बहाल करें।