रायपुर। ये कहना है, शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का जिन्होंने नकली-असली शंकराचार्य विवाद पर बयान दिया है। उनके मुताबिक देश में नकली राष्ट्रपति, नकली प्रधानमंत्री नहीं बन सकते तो फिर एक आतंकवादी को नकली शंकराचार्य बनाकर क्यों महिमा मंडित किया जा रहा है।
निश्चलानंद ने RSS प्रमुख के मंदिर-मस्जिद वाले बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि, मोहन भागवत कहते हैं कि हर मस्जिद में मंदिर मत ढूंढो तो हम कहते हैं कि मोहन भागवत के शरीर में हिंदुओं का दिल मत ढूंढो। पुरी पीठ के शंकराचार्य ने ये बातें हिन्दू राष्ट्र निर्माण यात्रा कार्यक्रम के तहत रायपुर में कही।
पुरी शंकराचार्य ने कहा कि यह संघ की लाचारी है कि उनके पास गुरु, गोविंद और ग्रंथ का बल नहीं है। RSS अगर एक भी ग्रंथ अपना लेता तो उसे ग्रंथ बल मिल जाता, इसके बिना उसका स्थान बहुत छोटा है।
उन्होंने कहा कि हिंदू हैं, तभी तक सारी कौम सुरक्षित हैं। अगर हिंदू नहीं रहेंगे, तो इन्हें मार-काट कर भगा दिया जाएगा। हालांकि हिन्दू जब तक पेट और परिवार में ही सीमित रहेगा उनकी दुर्दशा यही होगी। सेवा, सम्मान और संघ का बल होना जरूरी है।