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Mamata Banerjee EC letter : नई दिल्ली, 20 नवंबर 2025। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर स्टेट स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया बिना किसी योजना के लागू की जा रही है, जिससे अराजकता और गंभीर खतरे पैदा हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा की जा सके।
मुख्यमंत्री का पत्र और मुख्य बातें
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ममता बनर्जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखा।
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पत्र में उन्होंने कहा कि बंगाल में चल रही SIR प्रक्रिया “अस्त-व्यस्त और खतरनाक स्टेज पर पहुंच गई है”।
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उन्होंने उल्लेख किया कि इस प्रक्रिया को अधिकारियों और नागरिकों पर थोपने की वजह से लोकतांत्रिक ढांचे को खतरा है।
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सीएम ने चुनाव आयोग से कहा:
“मैं आपको लिखने के लिए मजबूर हूं क्योंकि इस प्रक्रिया के हालात बेहद गंभीर हैं। बिना प्लान और व्यवस्थित ढांचे के चल रही SIR खतरनाक स्थिति पैदा कर रही है।”
SIR क्या है और क्यों विवादित
SIR (Special Intensive Revision) एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत मतदाता सूची और चुनाव संबंधी विवरणों की गहन समीक्षा की जाती है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि:
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यह प्रक्रिया बिना योजना और पर्याप्त तैयारी के लागू की जा रही है।
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इससे नागरिकों और अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव बन रहा है।
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संभावित परिणाम लोकतांत्रिक प्रक्रिया और चुनाव निष्पक्षता के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, यह पत्र चुनाव आयोग को सतर्क करने और तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के लिए लिखा गया है।
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
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ममता बनर्जी की चिंता ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है।
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चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि SIR प्रक्रिया में पारदर्शिता और कानूनी मानदंडों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
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राज्य और केंद्र स्तर पर इस प्रक्रिया की समीक्षा की संभावना जताई जा रही है।

