जबरदस्ती बल पुर्वक डरा धमका कर अपहरण करने वाले आरोपियों पर पुलिस की बड़ी कार्यवाही
आरोपियों ने उधारी दिये ढाई लाख रूपये में बकाया शेष रकम की वसुली के लिये अपहरण किये थे
24 घंटे की भीतर अपहृत व्यक्ति को पुलिस द्वारा सुरक्षित बरामद किया गया दोनो आरोपी राजस्थान के निवासी दो आरोपी कोतवाली पुलिस के गिरफ्त में
आरोपी-
1. सुरजमल जैन पिता कन्हैया लाल जैनजी उम्र 69 साल जाति महाजन नि० ग्राम
पंचपहाड़ थाना भवानीमंडी जिला झालावाड राजस्थान। 2. मोहन उर्फ हेमन्त राठौर पिता नंदकिशोर राठौर उम्र 42 साल नि० ग्राम पंचपहाड़ थाना भवानीमंडी जिला झालावाड राजस्थान।
बस्तर पुलिस के द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। जबरदस्ती पूर्वक डरा धमका कर अपहरण कर राजस्थान ले जाने वाले आरोपियों पर त्वरित कार्यवाही कर गिरफ्तार में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ज्ञात हो प्रार्थी पवन कुमार पिता गंगाराम नि0 ग्राम पंचपहाड़ थाना भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान हाल ग्राम आसना जगदलपुर ने दिनांक 01.05.2023 को थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि 03 वर्ष पूर्व इनके पिता गंगाराम जो पंचपहाड़ निवासी सुरजमल जैन से उधारी में 2,50,000/- रूपये लिया था। जिसके एवज में गंगाराम सुरज मल के फार्म हाउस में 2 वर्ष 7 माह काम कर 1,80,000/- रूपये चुका दिया था, बाकी पैसा शेष था जिस पर सुरज मल जैन के द्वारा प्रार्थी पवन कुमार के पिता को घर आकर गाली गलीच कर प्रताड़ित करता था जिससे तंग आकर प्रार्थी के पिताजी अपने परिवार के साथ कमाने खाने बस्तर आकर ग्राम आसना में किराये के मकान में रहकर प्लास्टिक की कुर्सियां बेचकर जीवन यापन कर रहे थे कि दिनांक 30.01.2023 को सुरज मल और मोहन राठौर अपने इनोवा गाड़ी कमांक- MP.09.BE.1105 में प्रार्थी के घर आसना आकर घर में जबरदस्ती घुसकर गंगाराम को धक्का मुक्की गाली गलीच कर अपने साथ उठाकर ले जाने की कोशिश करने पर गंगाराम अपने आप को बचाते वहां से कही भागकर छिप गया तय सुरज मल और मोहन राठौर ने दिनांक 01.05.23 को सुबह प्रार्थी के चाचा सुरेश कुमार को जबरदस्ती बलपूर्वक अपने गाड़ी में बिठाकर अपहरण कर ले गये है।
कि सूचना पर उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, अति. पुलिस अधीक्षक निवेदिता पॉल के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली अमित शुक्ला के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों का पता तलाश किया जा रहा था। दौरान अनुसंधान में त्वरित कार्यवाही करते हुये गठित टीम द्वारा आरोपियों को हुलिया और गाड़ी नंबर के आधार पर.