Lakhs of devotees visited Maa Sarvamangala temple in the great festival of Navratri, keeping security in view, Korba police remained ready
छत्तीसगढ़ BNA24 न्यूज़ कोरबा – चैत्र नवरात्र की धूम सभी देवी मंदिरों में इन दिनों देखने को मिल रही है। नवरात्र के 9 दिन देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है कोरबा स्थित मां सर्वमंगला मंदिर में भी लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिए।
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है और यह दिन नवरात्र का प्रथम दिन होता है जिसका समापन रामनवमी याने नौवां दिन को होता है। जिले के हसदेव नदी के तट पर विराजित सबका मंगल करने वाली मां सर्वमंगला के दरबार में नवरात्र के प्रथम दिन से भक्तों का ताता लग रहा है हजारों की संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालु मां सर्वमंगला के दर्शन लाभ के लिए मंदिर में दर्शन और मनोकामना के लिए पहुंचे। सर्वमंगला मंदिर आस्था के प्रमुख मंदिरों में से एक है और नवरात्र के अवसर पर प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सर्वमंगला मंदिर में सप्तमी के दिन लगभग 60,000 श्रद्धालुओं से भी अधिक लोगों ने दर्शन प्राप्त किए इसी तरह नवरात्रि के शुरुआत से लेकर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में दर्शन और मनोकामना के लिए पहुंचे।
सर्वामंगला मंदिर में सबसे अधिक भीड़ होने के कारण पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए विशेष इंतजाम किए गए थे आमजनों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए कोरबा पुलिस अधीक्षक उदय किरण के
मार्गदर्शन में मंदिर परिसर के कोने कोने में पुलिस बल तैनात किए गए थे ताकि मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और असुविधा से आम जनों को पृथक रखा जा सके।
सर्वमंगला मंदिर के राजपुरोहित ने बताया नवरात्रि के अवसर पर सप्तमी के दिन मां काली का वास होता है और मंदिर में लगभग 60,000 से भी अधिक श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए मंदिर में पहुंचे थे इसी तरह पूरे नवरात्र में लाखों श्रद्धालुओं का ताता मां के दरबार में लगा रहा साथ ही उन्होंने बताया श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कोरबा पुलिस के द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी जिसके कारण सुरक्षा में किसी भी श्रद्धालुओं को असुविधा नहीं हुई।
इसके साथ ही मंदिर परिसर के चप्पे-चप्पे में पुलिस की तैनाती के साथ-साथ सीसीटीवी की निगरानी रखी गई है ताकि संदेही ऊपर नजर रखा जा सके। इसके साथ ही पुलिस के द्वारा लोगों के आवागमन का भी विशेष ख्याल रखा गया था यही कारण है हजारों की संख्या में भीड़ होने के बावजूद श्रद्धालुओं को वाहनों की पार्किंग और सड़क जाम जैसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।
मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध शीतल पेयजल के साथ प्रसाद की विशेष व्यवस्था की गई थी इसके साथ ही दिन भर भंडारे का भी आयोजन चलता रहा ।