कोरबा। माइक्रोफाइनेंस कंपनियों से लाखों का कर्ज लेने के बाद कर्ज माफी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खिलाफ पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। हालांकि, इन मामलों में किसी भी महिला को नामजद आरोपी नहीं बनाया गया है।
सिविल लाइन पुलिस ने यह प्रकरण एंबुलेंस चालक और प्रशासन की शिकायत पर दर्ज किया है। एडिशनल एसपी यूवीएस चौहान ने बताया कि प्रदर्शन के कारण एंबुलेंस चालक को रास्ता बदलने पर मजबूर होना पड़ा, जिससे मरीजों की सेवाओं में बाधा आई। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने चक्का जाम किया, लेकिन इसके लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में वीडियो फुटेज के आधार पर जांच की जाएगी और आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। प्रदर्शनकारी महिलाओं का दावा है कि यह कार्रवाई उन्हें दबाने और उनकी मांगों को अनसुना करने के लिए की गई है।
मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है, और कई सामाजिक संगठनों ने इसे महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ बताया है। प्रदर्शनकारी महिलाएं अपनी मांगों पर अडिग हैं और कर्ज माफी के लिए प्रशासन से जल्द समाधान की मांग कर रही हैं।