पिता को मारकर अनुकंपा नौकरी पाने कलयुगी बेटे ने माता-पिता और दादी की कर दी हत्या…
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक कलयुगी बेटे ने अनुकंपा की नौकरी पाने के लिए अपने शिक्षक पिता, माता और बुजुर्ग दादी की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या करने के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए घर में ही लाशों को लकड़ी और सैनिटाइजर के जरिए दो दिन तक जलाता रहा। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद पूछताछ में जो बात पता चली वह और हैरान करने वाली थी।
दरअसल, तीनों की हत्या करने के बाद आरोपी अपने पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए थाने पहुंच गया। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच के लिए घर पहुंची। घर के अंदर जाते ही पुलिस के होश उड़ गए। दरअसल, घर में जगह जगह खून के छींटे मिल रहे थे। पुलिस को घर में जले हुए मानव अवशेष भी पुलिस को मिले। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर मृतक शिक्षक के बड़े बेटे उदित से सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने माता-पिता और दादी की हत्या की बात कबूल कर ली।
घटना महासमुंद जिले के सिघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम पुटका का है। जहां शिक्षक प्रभात भोई अपनी पत्नी सुलोचना भोई और मां 75 वर्षीय झरना भोई के साथ रहते थे। शिक्षक प्रभात भोई के दो बेटे हैं। शिक्षक का छोटा बेटा जहां रायपुर में एमबीबीएस कर रहा है वहीं बड़ा बेटा उदित नशे का आदी है। वह अक्सर माता-पिता से पैसे के लिए झगड़ा करता था। कई बार माता-पिता यहां तक कि बुजुर्ग दादी पर भी हाथ उठा देता था।
आरोपी बेटे ने बताया कि उसके पास अक्सर पैसे की कमी रहती थी और इसी जरूरत को पूरा करने के लिए उसके दिमाग में खतरनाक प्लान आया। वह सोच रहा था कि अगर शिक्षक पिता की हत्या कर दी जाए तो उसे अनुकंपा वाली नौकरी मिल जाएगी। फिर आराम की जिंदगी काटेगा। इसी क्रम में 7 मई की रात एक बार फिर से पैसे को लेकर उसकी बहस पिता से हुई फिर क्या था वह आक्रामक हो गया और पिता की हत्या की साजिश रच डाली। उसी रात जब घर में सभी सो गए तो सुबह करीब 2 से 3 बजे के बीच हॉकी स्टिक से उदित ने पहले पिता के सिर पर अटैक किया, इसके बाद मां सुलोचना को पर भी हमला कर दिया। वहीं इसी आवाज होने पर उदित की दादी उठीं तो उनके सिर पर स्टिक मारकर उनकी भी हत्या कर दी। तीनों की हत्या के बाद उदित ने लाश को घर में बाथरूम में रख दिया। इसके एक दिन बाद उसने घर के पीछे तीनों के शव लकड़ी और सैनिटाइजर डालकर दो दिन तक जलाया।