Jyoti Maurya of Korba! The laborer left her husband as soon as she became a teacher, the husband pleaded for justice
कोरबा। SDM ज्योति मौर्य की पति से बेवफाई जैसी कहानी देशभर में सामने आ रहे हैं। कोरबा में भी एक ऐसा ही मामला सामने आई है। जिसमें महिला ने शिक्षिका बनने के बाद मजदूर पति का साथ छोड़ दिया। अब पीड़ित पति ने पत्नी पर उचित कार्यवाही की गुहार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लगाई है।
शिक्षिका का पति 38 वर्षीय युवक बालको नगर निवासी है। वह बालको प्लांट में ठेका मजदूर है। उसने खुद को पीड़ित बताया है। उसके मुताबिक उसका विवाह दिनांक 06.05.2011 को सम्पन्न हुआ था। उनके दाम्पत्य जीवन में 2 पुत्री का जन्म हुआ। खुद मजदूर होते हुए भी उसने अपनी पत्नी को आगे बढ़ाने उसकी पढ़ाई करवाया। पत्नी की पढ़ाई पूरी होने के बाद उसे शिक्षाकर्मी बनाने के लिए उसने खूब दौड़ धूप की। शिक्षा कर्मी तृतीय वर्ग में नौकरी लगते ही पत्नी के आचरण में बदलाव आने लगा। उसका दूसरे व्यक्ति से अफेयर शुरू हो गया।
उसका कहना है कि वह पत्नी को बहुत चाहता है इसलिए उसे समझाइश दी लेकिन उल्टे वह रौब दिखाने लगी। उसने अपने ससुराल वालों को बताया कि आपकी बेटी गलत रास्ते में जा रही है, लेकिन मायके वालों ने उसकी बातों पर ध्यान ना दे कर अपनी बेटी का साथ दिया। पत्नी शिक्षिका बन जाने के बात कहते हुए अलग रहने की जिद करने लगी। समझाने पर भी वह मानने को तैयार नहीं हुई और बाद में पति का अंकसूची, आधार कार्ड, जमीन की रजिस्ट्री पेपर व अन्य दस्तावेज व सोना-चांदी व अन्य सामान को लेकर चली गयी। वर्तमान में पत्नी शिक्षिका जो कि कोरबा विकासखंड के एक शासकीय प्राथमिक स्कूल में सहायक शिक्षिका के पद पर पदस्थ है। पीड़ित पति की माने तो अब उसने जीवित पति के रहते हुए व बिना तलाक हुए पत्नी ने गैर पुरुष के साथ तीसरा बच्चा प्राप्त कर लिया है। वही अब पति को फंसाने के लिए पुलिस व कोर्ट में झूठा बयान देकर झूठा आरोप लगाया है।
पीड़ित पति ने पत्नी द्वारा मर्यादा का उल्लंघन कर, शासन-प्रशासन को गुमराह और पति को धोखा एवं गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उक्त शिक्षिका के विरुद्ध उचित कार्यवाही करते हुए न्याय दिलाने की गुहार जिला शिक्षा कार्यालय में लगाया है। आरोप में कितनी सच्चाई है यह तो संबंधित विभागों के जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।