दिल्ली .वक्फ बिल संशोधन पर बनी जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) मंगलवार को मीटिंग शुरू हो गई है। इसमें दिल्ली वक्फ बोर्ड और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के मंत्रियों के बयान रिकॉर्ड होंगे।
इधर, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने JPC अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर कहा- दिल्ली वक्फ बोर्ड ने सरकार की परमिशन के बिना दस्तावेज पब्लिश करवाए हैं।
केजरीवाल की चिट्ठी के जवाब में JPC अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने उन्होंने लेटर कैसे लिखा? हालांकि मुझे यह अभी-अभी मिला है, लेकिन मेरे पास पहुंचने से पहले ही ये सार्वजनिक हो गया
विपक्ष ने किया था वॉकआउट, दावा- दिल्ली वक्फ ने बिना अनुमति बदलाव किए वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के निर्देश वाली धारा 58 के तहत कुछ JPC चर्चाएं गोपनीय रखने के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को हुई बैठक में समिति ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर अपने विचार दर्ज करने के लिए हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधियों को बुलाया था।
इस दौरान विपक्षी सांसदों ने भी वॉकआउट किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि जिन मौखिक सबूतों के लिए बुलाया जा रहा है, उनकी वक्फ बिल में किसी तरह की कोई हिस्सेदारी नहीं है।
इन नेताओं में असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के मोहम्मद जावेद और समाजवादी पार्टी के मोहिबुल्लाह नदवी शामिल थे। हालांकि, कुछ देर बाद में वे फिर से मीटिंग शामिल भी हो गए थे।
इन वॉकआउट करने वाले नेताओं ने कहा था कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के सीईओ अश्विनी कुमार ने दिल्ली सरकार की जानकारी के बिना प्रेजेंटेशन में बदलाव किए हैं।
JPC मीटिंग के अध्यक्ष ने कहा कि नतीजों तक पहुंचने के लिए सारे राज्यों के वक्फ बोर्डों से बातचीत करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
ताकि जल्द से जल्द इन बैठकों में हुई बातचीत से नतीजा निकल सके। इसके लिए बोर्ड बड़े स्तर पर भी बैठक की कोशिश में भी है।