दिल्ली , की हवा लगातार खराब हो रही है. दिल्ली में AQI अभी भी “गंभीर” है. सुबह 6 बजे राजधानी में AQI 432 पर आ गया , जो गंभीर श्रेणी में आता है. कल शाम 4 बजे 418 था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में AQI गंभीर है और कोई राहत नहीं है.
एनसीआर के अधिकांश इलाके आज भी स्मॉग से घिरे हुए हैं और कई जगहों पर AQI 400 से अधिक है. मौसम विभाग ने आज के लिए एक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका अर्थ है कि आज भी राहत नहीं मिलेगी. शुक्रवार से हवा की रफ्तार थो14 स्टेशन हैं जहां सुबह 6 बजे औसत AQI गंभीर+ (450 से ऊपर) है:
आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, नजफगढ़, लाजपत नगर, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, आर के पुरम, रोहिणी, विवेक विहार और वजीरपुर.ड़ी बढ़ सकती है, जिससे कुछ राहत मिल सकती है.
सुबह 6 बजे सबसे अधिक AQI वाली जगहों में आनंद विहार-473, पटपड़गंज-472, अशोक विहार-471 और जहांगीरपुरी-470 है. AQI में कल रात से दिल्ली का औसत थोड़ा सुधरा है, लेकिन यह अभी भी कल सुबह और शाम के औसत से अधिक है. आज सुबह 6 बजे दिल्ली के जहांगीरपुरी में AQI 606 है, जो काफी खतरनाक है. इसके अलावा, सरस्वती कॉलेज दिल्ली का AQI 438, पंजाबी बाग 473 और इंडिया गेट 378 रहा. बुधवार को भी 36 सेंटर में से 35 में AQI 400 से अधिक था. 25 सेंटर के AQI 450 से अधिक रहे.
वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए केंद्र की निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार, वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन दिल्ली के प्रदूषण में सबसे अधिक योगदान देता था, लगभग 13.3%.
दिल्ली में आज भी धुंध है और प्रदूषण कम नहीं होगा. पूरे दिन हवा की गति शांत रहने की उम्मीद है, लेकिन शुक्रवार से हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है. इस सप्ताहांत या अगले सप्ताह की शुरुआत तक न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने और अधिकतम 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने की संभावना है.
AQI शून्य से 50 तक ‘अच्छा’, 51 से 100 तक ‘संतोषजनक’, 101 से 200 तक ‘मध्यम’, 201 से 300 तक ‘खराब’, 301 से 400 तक ‘बहुत खराब’, 401 से 450 तक ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर ‘गंभीर प्लस’ माना जाता है.
हिमालय क्षेत्र में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी है, जो मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में अचानक छाए घने कोहरे और धुंध की वजह है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से हवा पश्चिम से पूर्व की ओर चली गई है, जिससे पाकिस्तान और पंजाब से जमा हुआ प्रदूषण दिल्ली की ओर चला गया है. जब धुआं और धूल एक साथ मिलते हैं और तापमान कम होता है, आद्रता आसपास इकट्ठा होकर कोहरे का रूप लेती है.