Thursday, November 21, 2024

SDM को थप्पड़ मारने वाला निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा पुलिस कस्टडी से फरार

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राजस्थान, विधानसभा उपचुनाव की वोटिंग के दौरान SDM को थप्पड़ मारने वाला निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया है। नरेश मीणा टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहा है। वोटिंग के दौरान उसकी टोंक एसडीएम अमित चौधरी से बहस हो गई थी। इसके बाद उसने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया था। नरेश मीणा फिलहाल फरार है, जिसकी खोजबीन में पुलिस जुटी हुई है।

नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद उसके समर्थकों ने जमकर बवाल मचाया था। उसके समर्थकों ने पुलिस की दो गाड़ियों को फूंक दिया और फिर पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प हुई थी। टोंक में रात भर हुई आगजनी और पत्थरबाजी के सबूत जगह-जगह नजर आ रहे हैं।दरअसल पुलिस मतदान खत्म होने के बाद रात को 8 बजे करीब नरेश मीणा को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे। पुलिस जब नरेश मीणा को लेकर जाने लगी तो उनके समर्थकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग भी की और आंसू गैस के गोले भी दागे। समर्थकों ने जगह-जगह आगजनी की। पुलिस ने 60 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार एफआईआर दर्ज की है।

दरअसल राज्य की सात विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान हुआ था। इसी दौरान, देवली उनियारा सीट पर भी वोटिंग हो रही थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि ईवीएम में उनका सिंबल हल्का नजर आ रहा है। मीणा ने इसके पीछे साजिश का भी आरोप लगाया। इसी मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करने जब समरावता बूथ पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें मतदान केंद्र परिसर से बाहर निकाल दिया। इससे नाराज होकर टोंक एसडीएम से बहसबाजी करते हुए उन्हें जोरदार तमाचा मार दिया था।

मतदान समाप्त होने के बाद, समरावता गांव में नरेश मीणा ने समर्थकों के साथ धरना शुरू किया, जिसके बाद कई समर्थक वहां इकट्ठा हो गए। दूसरी तरफ, RAS एसोसिएशन और जाट समाज ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग की है। यह मुद्दा अब जातीय संघर्ष का रूप भी ले रहा है, जिसमें जाट बनाम मीणा की लड़ाई की बात कही जा रही है।

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