Incessant rains increased the water level of the dam, creating flood-like conditions
धमतरी। कैचमेंट एरिया में हुई झमाझम बारिश से गंगरेल बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। 32.150 टीएमसी क्षमता वाले इस बांध में अब तक 25.767 टीएमसी पानी भर चुका है, जो कुल जलभराव का 80.75 फीसदी है। दुधावा बांध के 88 फीसदी भरने के बाद यहां से डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ाकर 1996 क्यूसेक कर दिया गया हैं।
धमतरी जिले में अगस्त के महीने में फिर बार मानसून मेहरबान हो गया है। पिछले चार दिनों से अंचल में रूक-रूककर बारिश का दौर जारी है। खासकर गंगरेल और दुधावा बांध के कैचमेंट एरिया में रूक-रूककर अच्छी बारिश हो रही है, जिसका पानी तेजी से जलाशय में आ रहा है। बांध के कंट्रोल रूम के मुताबिक 32.150 टीएमसी क्षमता वाले गंगरेल बांध में 25.767 टीएमसी पानी भर चुका है। यह कुल जलभराव का 80.75 फीसदी हैं। कैचमेंट एरिया से अब भी बांध में 3 हजार 418 क्यूसेक पानी आ रहा है। यहां एक जून से लेकर अब तक 7.935 टीएमसी पानी की आवक हो रही है।
बीते चौबीस घंटे में बांध का जलस्तर 8 सेंटी मीटर बढ़ा है, जिसे मिलाकर बांध का जलस्तर अब 346.67 मीटर तक पहुंच गया है। गंगरेल बांध को पूर्ण जलस्तर तक भरने के लिए अभी 6.383 टीएमसी पानी की और जरूरत हैं। जिस गति से बांध में पानी की आवक हो रही है, उसे देखते हुए यहां के पेनस्टाक गेट सक्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह दुधावा बांध भी अब लबालब होने के कगार में पहुंच गया है। 10.192 टीएमसी क्षमता वाले इस बांध में 9.046 टीएमसी पानी संग्रहित हो चुका है।
अभी भी यहां 3 हजार 61 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, जिसे देखते हुए 1996 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बारिश के सीजन में अब तक यहां 3.234 टीएमसी पानी की आवक हो चुकी है। इसके अलावा नगरी-सिहावा तथा उड़ीसा के सीमावर्ती क्षेत्रों में हो रही बारिश को देखते हुए सोंढूर बांध से भी 951 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। करीब 7 टीएमसी क्षमता वाले सोंढूर बांध में 4.465 टीएमसी पानी भर चुका है, जो कुल जलभराव का 63.84 फीसदी है। यहां अब भी 951 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि कैचमेंट एरिया से यहां 582 क्यूसेक पानी आ रहा है।