Friday, February 7, 2025

सेहत के साथ अक्षय धन संपत्ति का लाभ चाहिए तो अक्षय नवमी पर कर लीजिए ये 5 काम

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कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया जाता है और इस बार यह तिथि 10 नवंबर दिन रविवार को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास की नवमी तिथि से लेकर पूर्णिमा तक आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है इसलिए अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र में अक्षय नवमी का महत्व बताते हुए सेहत और अक्षय धन की प्राप्ति के लिए इस दिन करने के लिए कुछ विशेष कार्य भी बताए गए हैं। इस दिन किए गए विशेष कार्यों से अन्य दिनों की तुलना में किए गए जप-तप, दान पुण्य से कई गुना अधिक लाभ की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं अक्षय नवमी के दिन कौन से कार्य करने चाहिए…

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है इसलिए इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा अर्चना करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके लिए आंवले के वृक्ष के चारो तरफ गंगाजल का छिड़काव करें और घी के दीपक जलाएं। इसके बाद रोली, अक्षत, फूल, फल आदि चीजें अर्पित करें और फिर परिक्रमा करें। ऐसा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन करने से तन और मन की शुद्धता होती है। साथ ही इस दिन किसी ब्राह्मण अथवा गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति को आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन कराना चाहिए और दक्षिणा की भी भेंट करें। अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन करने के साथ प्रसाद के रूप में आंवला खाने और वितरण करने की भी मान्यता है। ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।

अक्षय नवमी के दिन भगवान विष्णु को प्रसाद के रूप में आंवला अर्पित करें और आंवले का दान करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन के सभी कष्ट व परेशानी दूर होती हैं और लक्ष्मी नारायण की कृपा बनी रहती है। साथ ही इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर अपना मुख पूर्व दिशा की तरफ कर लें और फिर ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार तुलसी की माता के साथ जप करें।

अक्षय नवमी का दिन अक्षय तृतीया की तरह ही विशेष पुण्यदायी माना गया है। इस दिन अक्षय तृतीया की तरफ सोना-चांदी खरीदना और दान करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से अक्षय लाभ व पुण्य की प्राप्ति होती है और किसी भी काम का पुण्य क्षय नहीं होता है। साथ ही अक्षय नवमी के दिन सोना खरीदने से घर में माता लक्ष्मी का वास होता है और उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है।

अक्षय नवमी के दिन आंवले का वृक्ष लगाने से घर में समृद्धि बनी रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। घर में आंवले के वृक्ष को पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की तरफ लगाया जा सकता है। जिन बच्चों की स्मरण शक्ति कमजोर होती है और पढ़ाई लिखाई में मन नहीं लगता, उनकी पुस्तक में आंवले की हरी पत्तियों को रखने से फायदा मिलता है।

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