Hindi cinema’s senior actor Uttara Baokar passed away at the age of 79.
हिंदी सिनेमा की जानी-मानी सीनियर एक्टर उत्तरा बाओकर का 79 साल की उम्र में निधन हो गया. बाओकर के निधन की खबर ने थिएटर और फिल्म जगत को एक अलग तरह के खालीपन से भर दिया है.
बाओकर एक ऐसी एक्ट्रेस रही हैं जिन्होंने थियेटर, टीवी और फिल्में हर तरह के फॉर्मैट में काम किया और अपनी परफॉर्मेंस के दम पर अपने लिए जगह बनाई. उत्तरा बाओकर एनएसडी की स्टूडेंट रही हैं.
उत्तरा ने अपने शानदार एक्टिंग करियर में तमस, सरदारी बेगम, कोरा कागज, एक दिन अचानक, डोर जैसी कई फिल्मों में काम किया. आज उनका जाना एक झटके जैसा लगा है.
उत्तरा बाओकर को 1984 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. 1978 में उन्हें मृणाल सेन की फिल्म ‘एक दिन अचानक’ के लिए राष्ट्री पुरस्कार मिला. बाओकर के साथ एक अच्छी बात थी कि वह केवल हिंदी तक सीमित नहीं थीं. उन्होंने मराठी भाषा में भी शानदार काम किया.