हे कलमवीर: पत्रकार रमेश पासवान जी की द्वितीय पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित

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Hey Kalamveer: Tributes paid to journalist Ramesh Paswan on his second death anniversary

हे कलमवीर, औद्योगिक नगरी कोरबा के पत्रकारिता क्षितिज में अनन्य छवि से युक्त उदयमान युवा पत्रकार श्री रमेश पासवान आपका अभिनंदन करते हुए हमें हर्ष और गौरव का अनुभव होता रहा है। यह आपके कलम की शक्ति आदर्श, सिद्धांत एवं लेखन के प्रति आपकी कटिबद्धता ही थी जो आपको एक विशिष्ट आयाम में स्थापित करती रही।

छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता के अनन्य क्षितिज स्वर्गीय रमेश पासवान, आपके पूर्वज गैर छत्तीसगढ़ी होते हुए भी यहां के रज को हर्षपूर्वक अपने हृदय का अंगराग बनाया और यहां की महान संस्कृति को अंगीकार किया। यही कारण है कि आपने यहां 15 अक्टूबर 1970 को जन्म लेकर छत्तीसगढ़ को आप संप्राप्त हुए। छत्तीसगढ़ के प्रति आपकी अटूट निष्ठा और प्रतिबद्धता आपको छत्तीसगढ़ का सच्चा सपूत सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है।

युवाओ के प्रेरणापुंज, हे कर्मवीर पत्रकारिता से समृद्धि होकर कलम की लड़ाई लड़ने वाले युवा पत्रकारों के आप अग्र नायक रहे। आपके कलम के अद्भुत कौशल ने ही आपको नव पत्रकारों का आदर्श एवं प्रेरक पुंज बनाया गया । आपने पत्रकारिता का आरंभ कोरबा नगरी से प्रकाशित ‘कोरबा कोबरा’ से किया तत्पश्चात ‘वीर छत्तीसगढ़’ के संवाददाता की भूमिका कुशलतापूर्वक निभाने के बाद ‘देशबंधु’ पत्र समूह से सम्बद्ध हुए। आप ‘नई दुनिया’ भोपाल से भी जुड़े रहे। जिसके बाद आपने दैनिक अखबार ‘हरिभूमि’ में उपसंपादक रह कर अपनी सेवा दी। आपने अपनी लेखनी का लोहा मनवाते हुए राष्ट्रीय स्तर के अखबार ‘राजस्थान पत्रिका’ में ब्यूरो प्रमुख का पदभार संभाला। स्वास्थ्य खराब होने के पश्चात भी आपने अपनी कलम की धार को बनाए रखते हुए दैनिक अखबार ‘नवभारत’ में उप संपादक के रूप में अपनी सेवा देते रहे। आप एक समय के चर्चित सप्ताहिक अखबार ‘संडे मेल’ के भी कोरबा संवाददाता रहे। आपने अंतरराष्ट्रीय स्तर की पत्रकारिता में अपना नाम अंकित करते हुए बीबीसी लंदन के लिए कार्य किया। आपने एक से एक कीर्तिमान स्थापित किए जो सुनहरे अक्षरों में अंकित करने योग्य है।

आप बहुत ही सीधे सरल और सहज स्वभाव के धनी हैं। आपकी भावनाएं और विचार आपको महानता प्रदान करने वाली है। आपने बहुत ही अल्प समय में निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता का अवलंबन लेकर अपनी श्रेष्ठा सिद्धकी है और इस अंचल को धन्य किया है। आपने ने 27 अप्रैल 2021 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। आपके चले जाने से कोरबा जिले की पत्रकारिता को अपूर्णीय क्षति हुई।

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