बस्तर जिले का हरा सोना तेंदूपत्ता .. तेंदूपत्ता संग्राहकों को हो रहा है भारी नुकसान..
हरा सोना अर्थात तेंदूपत्ता बस्तर जिले में बड़े पैमाने पर ग्रामीण तेंदूपत्ता संग्रहण कर संग्राहकों को विक्रय करते हैं जिससे ग्रामीणों इस वनोपज से उनकी कुछ आवश्यकताए पूरी होती है..ग्रामीणों को तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए जंगलों की अंदर जाकर उसे संग्रहण करना पड़ता है.इसमें उनके जीवन को भी खतरा रहता है क्योंकि जंगल के भीतर सांप बिच्छू सहित तमाम प्रकार जीव-जंतुओं के बीच संग्रहण करना पड़ता है.
ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं बताई उनका कहना है पूर्ववर्ती सरकार द्वारा उनके लिए जूते चप्पल सहित सुरक्षा के उपाय दिए जाते थे परंतु वर्तमान सरकार किसी प्रकार का सुविधा मुहैया नहीं करा रही.साथ ही तेंदूपत्ता संग्रहण के पश्चात खरीदी केंद्रों पर 15 दिन का समय पूर्ववर्ती सरकार दिया करती थी वर्तमान सरकार संगठन के लिए निविदाएं आमंत्रित की थी जिसमें ठेकेदारों द्वारा मनमानी कर दो-तीन दिन में ही खरीदी बंद कर दी जा रही है और उस पर भी पत्तों के क्वालिटी पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.जिससे संग्राहकों व संग्रहण कर्ताओं का भारी नुकसान हो रहा है.