छत्तीसगढ़ के तीरथगढ़ वॉटरफॉल में जल्द ही बनने वाला हैं ग्लास ब्रिज
छत्तीसगढ़ के फेमस तीरथगढ़ वॉटरफॉल को देखने के लिए रोजाना टूरिस्ट्स की तादाद बढ़ती जा रही है। यहां जल्द ही एक ग्लास ब्रिज बनने वाला है।
इस ब्रिज से टूरिस्ट वॉटरफाल की ख़ूबसूरती को और भी अच्छे से निहार पाएंगे। ये ब्रिज ठीक वॉटरफाल के सामने होगा। जिससे इस ख़ूबसूरत झरने को टूरिस्ट और नज़दीक से देखने का लुत्फ उठा पाएंगे। ब्रिज को लेकर सबसे पहले सर्वे का काम किया जाना है। जिसके बाद इसका काम शुरू किया जाएगा।
तीरथगढ़ का ये झरना देश के ख़ूबसूरत झरनों में से एक है। ऐसे में सैलानियों के लिए सुविधाएं जुटाने के नाम पर यहां अब तक जो तमाम कोशिश हुई हैं। वो न के बराबर रही हैं। वहीं, अगर जल्द ही ग्लास ब्रिज बनता है तो आने वाले समय में पर्यटकों की तादाद बढ़ेगी। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
वन विभाग तीरथगढ़ जलप्रपात के नजदीक एक ग्लास ब्रिज बनवाने की तैयारी कर रहा है। इस ब्रिज पर चढ़कर पर्यटक तीरथगढ़ जलप्रपात का पूरा सौंदर्य निहार पाएंगे।
नैसर्गिक सुंदरता से भरपूर बस्तर के कांगेर वैली नेशनल पार्क एरिया में पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से एक नया आयाम जुड़ने जा रहा है। वन विभाग ने बस्तर की जान कहे जाने वाले तीरथगढ़ जलप्रपात के नजदीक ग्लास ब्रिज बनाने का योजना तैयार कर रहा है।
यह ब्रिज तीरथगढ़ जलप्रपात के बिल्कुल सामने होगा और इसके माध्यम से खूबसूरत जलप्रपात तीरथगढ़ को पर्यटक नजदीक से देख पाएंगे और उसका पूरा लुत्फ उठा पाएंगे।
वाइल्ड लाइफ CCF राजेश कुमार पांडे बताते हैं कि बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में तीरथगढ़ एक बड़ा जलप्रपात है। इस जलप्रपात के नजदीक वन विभाग के द्वारा ग्लास ब्रिज बनाए जाने की योजना है।
जिस टीम ने राजगीर बिहार में ग्लास ब्रिज बनाया है, वही बस्तर पहुंचने वाली है। तीरथगढ़ जलप्रपात के नजदीक सर्वे का काम पहले किया जाना है। ब्रिज की ऊंचाई और लंबाई इसी सर्वे को आधार बनाकर तय की जाएगी। सर्वे पूरा होते ही साइट लोकेशन तय हो जाएगी।
ब्रिज की लागत भी सर्वे के बाद पता चल जाएगी। बारिश के 4 महीनों में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान को पर्यटकों के लिए बंद रखा जाता है। शेष 8 महीनों में पर्यटक इस ब्रिज के जरिए तीरथगढ़ फॉल का मजा ले पाएंगे। ब्रिज के बन जाने से पर्यटकों में आकर्षण और बढ़ेगा।