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नई दिल्ली। जोहांसबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में आयोजित जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन 2025 के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर आतंकवाद और ड्रग तस्करी के खिलाफ भारत की सशक्त और स्पष्ट आवाज को दोहराया। इस अवसर पर उन्होंने “G20 Initiative on Countering the Drug-Terror Nexus” नामक एक नया वैश्विक अभियान शुरू करने का प्रस्ताव रखा।
ड्रग तस्करी और आतंकवाद के खतरनाक नेक्सस पर फोकस
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कई आतंकवादी संगठन ड्रग तस्करी का उपयोग अपने कार्यों के लिए फंड जुटाने के लिए कर रहे हैं। इस नए अभियान का उद्देश्य इस खतरनाक नेक्सस को वैश्विक स्तर पर समाप्त करना और देशों के बीच समन्वय बढ़ाना है।
पीएम मोदी के अन्य दो वैश्विक प्रस्ताव
जी-20 मंच पर पीएम मोदी ने दो अन्य महत्वाकांक्षी प्रस्ताव भी पेश किए:
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10 लाख अफ्रीकी युवाओं का तकनीकी प्रशिक्षण – अगले कुछ वर्षों में अफ्रीका के युवाओं को डिजिटल और तकनीकी कौशल प्रदान कर रोजगार और उद्यमिता के अवसर बढ़ाने का लक्ष्य।
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पारंपरिक ज्ञान का संरक्षण – दुनिया भर में उपलब्ध पारंपरिक ज्ञान, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक धरोहर को संजो कर भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करना।
भारत की वैश्विक नेतृत्व भूमिका
पीएम मोदी के इन प्रस्तावों से यह स्पष्ट होता है कि भारत न केवल आर्थिक और तकनीकी दृष्टि से, बल्कि सुरक्षा और सांस्कृतिक संरक्षण के मामले में भी वैश्विक नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए अग्रणी है। उनके विचारों का उद्देश्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाना और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना है।
विशेष उल्लेख
इस साल के जी-20 शिखर सम्मेलन में 40 से अधिक राष्ट्राध्यक्ष और वैश्विक संगठन शामिल हैं, और भारत की सक्रिय भागीदारी ने वैश्विक मंच पर उसकी नेतृत्व क्षमता को और मजबूत किया है।

