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दुर्ग (छत्तीसगढ़): दुर्ग जिले में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 8 बेरोजगार युवाओं से 22 लाख रुपये की ठगी करने वाले एक बड़े रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने एक राजनीतिक पार्टी के नेता समेत कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कांग्रेसी विधायक बालेश्वर साहू सहित दो सहयोगी पर दर्ज, 42 लाख की ठगी का मामला
राजनीतिक रौब दिखाकर ठगी
मामला पुलगांव थाना क्षेत्र का है। पुलिस के अनुसार, गिरोह का मुख्य आरोपी एक स्थानीय राजनीतिक पार्टी का नेता है। वह अपनी राजनीतिक पहुँच और रुतबे का इस्तेमाल कर बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का झांसा देता था। आरोपी नेता ने युवाओं को खाद निरीक्षक, पर्यवेक्षक और चपरासी जैसे विभिन्न सरकारी पदों पर नौकरी लगवाने का वादा किया था और इसके एवज में उनसे कुल 22 लाख रुपये वसूल लिए।
WhatsApp पर भेजा फर्जी नियुक्ति पत्र
जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि ठगी को विश्वसनीय बनाने के लिए आरोपी नेता ने पीड़ितों को WhatsApp पर फर्जी नियुक्ति पत्र (Fake Appointment Letter) भी भेजा था। जब लंबे समय तक नौकरी नहीं लगी और पीड़ितों ने दबाव बनाया, तब उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला और उन्होंने पुलगांव थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने 4 को दबोचा
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी नेता और उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह ने प्रदेश में कितने और बेरोजगार युवाओं को अपना शिकार बनाया है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और ठगी की गई रकम की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे नौकरी के नाम पर पैसों का लेन-देन न करें और ऐसे ठगी करने वाले गिरोहों से सतर्क रहें।